चंडीगढ़, 18 दिसंबर (राज) पंजाब भर के ग्रामीण क्षेत्रों से निर्णायक फैसला सुनाते हुए पंजाब भर के मतदाताओं ने आम आदमी पार्टी (आप) को जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों में एक बड़ा जन-फतवा दिया है, जो सत्ताधारी सरकार से ऊबने या थकने का नहीं बल्कि सरकार के बेहतर शासन की स्पष्ट समर्थन का प्रमाण है। 70 प्रतिशत से अधिक सीटों पर पार्टी की जीत एक सत्ताधारी पार्टी के पक्ष में मजबूत जन-लहर की ओर इशारा करती है। यह कहते हुए ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह जन-फतवा भगवंत मान सरकार द्वारा ‘काम की राजनीति’, जिसमें ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’, सिंचाई सुधार, निर्विघ्न बिजली, सड़क निर्माण, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं आदि क्षेत्रों में विभिन्न पहलकदमियां शामिल हैं, के प्रति लोगों के गहरे विश्वास को दर्शाता है।
यह कहते हुए कि ‘आप’ ने कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा को बड़े अंतर से पीछे छोड़ दिया, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस फैसले ने लोगों की सोच को स्पष्ट रूप से सबके सामने रख दिया है और ये परिणाम उनकी सरकार द्वारा जिम्मेदारी और विनम्रता की भावना से लोगों की सेवा का प्रत्यक्ष प्रमाण हैं, जिसे वे इसी तरह जारी रखेंगे।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज यहां कहा कि ग्रामीण पंजाब में हाल ही में हुई ब्लॉक समिति और जिला परिषद चुनावों के परिणाम स्पष्ट रूप से आम आदमी पार्टी की शानदार जीत और भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किए गए कार्यों में लोगों के विश्वास को दर्शाते हैं। मीडिया को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि इस बड़े जन-फतवे का पैमाना और प्रवृत्ति सत्ता-विरोधी नहीं, बल्कि पूरे पंजाब में सत्ताधारी पार्टी के पक्ष में बह रही हवा का प्रमाण हैं।
मोहाली स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तीन-चार दिन पहले ही ग्रामीण पंजाब में ब्लॉक समिति और जिला परिषद की चुनाव हुए थे, जिनके परिणाम कल ही आए हैं और अब तक के परिणामों से लगता है कि आम आदमी पार्टी ने इन चुनावों में लगभग 70 प्रतिशत सीटें जीती हैं, जो अपने आप में एक बड़ी बात है।
‘आप’ सुप्रीमो ने कहा कि यह फैसला मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर लोगों की स्पष्ट मुहर है। यह दर्शाता है कि ग्रामीण पंजाब के लोगों ने भगवंत मान के नेतृत्व वाली ‘आप’ सरकार के कार्यों में अपना गहरा विश्वास जताया है। राजनीतिक शब्दों में, जिसे आमतौर पर सत्ता-विरोधी फैक्टर कहा जाता है, मेरा मानना है कि इसके बजाय यह सत्ता-पक्षीय फैक्टर बन गया है। लोग सरकार द्वारा किए गए कार्यों से बहुत खुश हैं और इसलिए उन्होंने सरकार को फिर से बड़ा समर्थन दिया है।
पिछले ग्रामीण स्थानीय चुनावों से तुलना करते हुए अरविंद केजरीवाल ने बताया कि ऐसी चुनावों को अक्सर जनता की सोच के प्रारंभिक संकेत के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि साल 2013 की ब्लॉक समिति और जिला परिषद चुनाव 2012 की विधान सभा चुनावों से एक साल बाद ही हुए थे यानी ये चुनाव शिरोमणि अकाली दल के अच्छे दिनों के समय में ही हुए थे। इसी तरह 2018 की ग्रामीण चुनाव भी साल 2017 में कांग्रेस द्वारा विधान सभा चुनाव जीतने के तुरंत बाद हुए थे। उन्होंने कहा कि लेकिन वर्तमान ग्रामीण चुनाव तब हुए हैं जब आगामी विधान सभा चुनावों में महज एक साल बाकी है, जिसे मुख्य रखते हुए ये परिणाम स्पष्ट रूप से वर्तमान सरकार के कार्यों में लोगों के ठोस विश्वास और संतुष्टि को दर्शाते हैं।
पिछली सरकारों से की जा रही तुलनाओं के जवाब में ‘आप’ प्रमुख ने कहा कि ऐसे जोड़-तोड़ पूरी तरह भ्रामक हैं। उन्होंने कहा कि कल कुछ पत्रकारों ने मुझे बताया था कि 2012 में जब अकाली दल सत्ता में था तब उस समय उन्हें भी ग्रामीण स्थानीय चुनावों में बहुमत मिला था। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय और माहौल की तुलना उस समय से करना किसी भी पक्ष से सही नहीं है क्योंकि पहली बात तो उन समयों में पिछली दोनों सरकारों ने सिर्फ एक साल ही पूरा किया था, जबकि हमारी सरकार ने चार साल पूरे किए हैं। दूसरी बात यह कि हम सभी जानते हैं कि 2013 और 2018 की ग्रामीण चुनाव पूरी तरह जबरदस्ती के अधीन हुए थे और इन चुनावों या वोटों की गिनती की कोई वीडियोग्राफी नहीं हुई थी। इसलिए जो कुछ हुआ वह धक्केशाही और जबरदस्ती से हुआ।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हाल ही में हुए चुनाव पूरी तरह पारदर्शी, स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से करवाए गए हैं, जिन दौरान पूरी पोलिंग प्रक्रिया और वोटों की गिनती की वीडियोग्राफी की गई। उन्होंने कहा कि मैं आपके सामने ठोस सबूत रख रहा हूं कि ये चुनाव कितने निष्पक्ष और पारदर्शी थे।
विस्तृत आंकड़ों का हवाला देते हुए ‘आप’ प्रमुख ने कहा कि पंजाब भर में 580 सीटें ऐसी हैं जो 100 से कम वोटों के अंतर से जीती गई हैं, और इन 580 सीटों में से ‘आप’ ने 100 से कम वोटों के अंतर से 261 सीटें जीती हैं, जबकि विपक्षी पक्ष ने 319 सीटें जीती हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग या दबाव बनाने की कोई बात होती तो सिर्फ डीसी या एसडीएम को एक फोन कॉल करने से विपक्ष द्वारा जीती गई 319 सीटें आसानी से हमारे पक्ष में जा सकती थी, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया, क्योंकि हम लोगों की सच्ची भावना और सोच देखना चाहते थे।
अरविंद केजरीवाल ने उदाहरण देते हुए कहा, “जिला परिषद चुनावों में, संगरूर जिले के फग्गवाला जोन से कांग्रेस महज 5 वोटों से जीती है। श्री मुक्तसर साहिब में, कोट भाई जोन से कांग्रेस सिर्फ 41 वोटों से जीती। ऐसी बहुत सारी उदाहरण हैं। ब्लॉक समितियों में, फतेहगढ़ साहिब के लखनपुर वार्ड में, कांग्रेस ने 3 वोटों से जीत प्राप्त की। जालंधर के गिल में, कांग्रेस ने 3 वोटों से जीत प्राप्त की। लुधियाना के बाजरा में, कांग्रेस ने 3 वोटों से जीत प्राप्त की। गुरदासपुर के चग्गूवाल में, कांग्रेस 4 वोटों से जीती। होशियारपुर के घोड़ेवाहा (टांडा) में, कांग्रेस ने 4 वोटों से जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि जब एक, दो, तीन या चार वोटों के अंतर से सीटें जीती जा रही हैं तो क्या इससे बड़ा कोई सबूत हो सकता है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी, स्वतंत्र और निष्पक्ष थी।
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि इतने करीबी परिणाम स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि सरकार का चुनाव प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं था। उन्होंने कहा, “किसी सत्ताधारी पार्टी द्वारा अगर चुनाव प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप किया जाए तो एक, चार या पांच वोटों से तय सीट को बदलना कोई बड़ी बात नहीं होती। इसलिए, इससे स्पष्ट हो जाता है कि लोगों ने वर्तमान सरकार के कार्य का वास्तव में समर्थन किया है।”
ग्रामीण मतदाता सरकार से खुश क्यों हैं, इस बारे में बताते हुए, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण पहल नशे के खिलाफ अभियान रही है। उन्होंने कहा, “सबसे बड़ा कार्य ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ है। पहली बार, पंजाब के लोगों ने वास्तविक कार्रवाई देखी है। पिछली सरकारों ने पंजाब को नशे में धकेल दिया था। एक पार्टी के मंत्री अपनी सरकारी गाड़ियों से नशों का काला कारोबार चलाते रहे। दूसरी पार्टी के नेता ने श्री गुटका साहिब पर हाथ रखकर शपथ ली, लेकिन कुछ नहीं किया। पांच साल तक, धड़ल्ले से नशे बिकते रहे। हमारी सरकार के दौरान लोगों ने पहली बार, नशा तस्करों के घरों पर बुलडोजर चलते देखे और अब तक 25,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।”
उन्होंने कहा कि किसानों ने भी ऐतिहासिक बदलाव देखे हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा, “70 से 75 सालों में पहली बार, नहरी पानी गांवों के किसानों के खेतों तक पहुंचा है। लोग बताते थे कि वे पानी के लिए तरस रहे थे। अब आने वाला पानी ने हमारे खेतों की मेड़ों को छुआ है। पहले, कांग्रेस और अकाली दल की सरकारों के दौरान, किसानों को अपने ट्यूबवेल चलाने के लिए सुबह 3 बजे उठना पड़ता था क्योंकि बिजली कभी-कभार कुछ घंटों के लिए ही आती थी। हमारी सरकार में किसानों को दिन में लगातार 8 घंटे बिजली मिलती है। उन्हें रात को जागने की जरूरत नहीं पड़ती, और अब लोग बहुत खुश हैं।”
आप सुप्रीमो ने आगे कहा कि मुफ्त बिजली ने भी लोगों को बड़ी राहत दी है। आज पंजाब के 90 प्रतिशत से अधिक लोगों को घर में मुफ्त बिजली मिलती है। इससे लोगों को बहुत राहत मिली है।
बुनियादी ढांचे के विकास के बारे में बताते हुए, अरविंद केजरीवाल ने कहा, “पूरे पंजाब में, 43,000 किलोमीटर सड़कें बनाई जा रही हैं, जिनमें से 19,000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें हैं। गुणवत्ता के लिहाज से ये सड़कें मजबूत और भरोसेमंद हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार है जब सड़कों के निर्माण में पांच सालों की गारंटी शामिल की गई है, जो पहले कभी नहीं की गई थी। लोग इन सड़कों से बहुत खुश हैं।”
रोजगार के बारे में बोलते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, “गांवों के 58,000 बच्चों, गरीब परिवारों, मजदूरों और किसानों के बच्चों को सरकारी नौकरियां मिली हैं। इस सरकार से पहले कोई भी रिश्वत या सिफारिशों के बिना पंजाब में सरकारी नौकरी प्राप्त करने की कल्पना भी नहीं कर सकता था। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने व्यक्तिगत रूप से नियुक्ति प्रमाणपत्र बांटे। इसमें कोई सिफारिश या पैसा नहीं चला।”
केजरीवाल ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल में भी बड़े बदलाव आए हैं। आप सुप्रीमो ने कहा, “स्कूलों में बहुत सुधार हुआ है। पंजाब भर में लगभग 1,000 मोहल्ला क्लीनिक काम कर रहे हैं। लोग उनसे बहुत खुश हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय को लगातार फीडबैक मिल रहा है। अगर किसी मोहल्ला क्लीनिक में दवाइयों की कमी या कोई समस्या है तो 24 घंटों के अंदर कार्रवाई की जाती है। सरकारी अस्पतालों के इलाज में भी काफी सुधार हुआ है।”
उन्होंने घोषणा की कि इसके अलावा स्वास्थ्य देखभाल सहायता में सुधार जारी हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा, “अगले महीने से, प्रति परिवार 1 लाख का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाएगा। जनवरी में बीमा कार्ड जारी होने शुरू हो जाएंगे। सरकार ने और भी बहुत सारे कार्य किए हैं और इन चुनावों के परिणाम स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि ग्रामीण पंजाब के लोगों ने इस कार्य का पूरे दिल से समर्थन किया है।”
आगामी चुनावों में आम आदमी पार्टी जाति-पात और धर्म की राजनीति पर नहीं, बल्कि विकास के मुद्दों पर लोगों के पास जाती रहेगी: भगवंत मान
मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान ने कहा कि विपक्ष का हंगामा बेबुनियाद है क्योंकि चुनाव परिणाम दर्शाते हैं कि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी, स्वतंत्र और निष्पक्ष रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस धूरी में 9 वोटों से, झुनीर में 30 वोटों से, भरतगढ़ में 40 वोटों से जीती, यहां तक कि पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, जिन्होंने लोगों को गुमराह करने के लिए अपने शब्द जाल से भ्रमित किया, के प्रतिनिधित्व वाले क्षेत्र में भी कांग्रेस बहुत आराम से जीत गई। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अगर सरकार पिछली सरकारों जैसी नीची सोच रखती तो कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के पास कोई सीट नहीं जाती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आप’ ने ब्लॉक समिति में 1800 से अधिक सीटें और 250 जिला परिषद सीटें प्राप्त की हैं जो कि कांग्रेस से चार गुना, अकाली दल से पांच गुना और भाजपा से 20 गुना अधिक सीटें हैं। उन्होंने प्रदेश के लोगों का विपक्ष के झूठे प्रचार में न आने और ‘आप’ की भलाई के प्रति प्रतिबद्धता में अपना विश्वास जताने के लिए तहे-दिल से धन्यवाद किया। पंजाब के मुख्यमंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया कि वे ‘आप’ और उनकी सरकार द्वारा किए गए हर वादे को पूरा करना सुनिश्चित करेंगे।
भगवंत मान ने कहा कि यह जीत उनकी सरकार द्वारा पिछले चार सालों में किए गए कार्यों का नतीजा है, जिसमें नहरी पानी किसानों के खेतों तक पहुंचाना, मुफ्त बिजली देना, 55,000 सरकारी नौकरियां देना, टोल प्लाजा बंद करना और देश की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों को 1 करोड़ रुपए का सम्मान भत्ता देना शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि जहां भी पार्टी थोड़े अंतर से हारी है, वहां कमियों की समीक्षा करके उन्हें दूर किया जाएगा।
भगवंत सिंह मान ने इन चुनावों में पार्टी के पक्ष में जोरदार प्रचार से आप की जीत सुनिश्चित बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए ‘आप’ कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि वे व्यापारियों को पंजाब में निवेश का न्योता देने के लिए जापान में थे लेकिन ‘आप’ पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं ने इन चुनावों में पार्टी की शानदार जीत सुनिश्चित की। उन्होंने कहा कि इस बड़ी जीत ने हमें विनम्रता और जिम्मेदारी से प्रदेश के लोगों की सेवा की भावना से और अधिक भर दिया है।
उन्होंने कहा कि ‘आप’ ने ब्लॉक समिति की 67 प्रतिशत और जिला परिषद की 72 प्रतिशत सीटों पर जीत हासिल की है, जिससे कुल ग्रामीण सीटों का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल खुद को गांवों में दबदबे वाली पार्टी बताता है लेकिन देखा जाए तो हर क्षेत्र में अकाली दल का पूरी तरह सफाया हो चुका है और इस सब के बावजूद भी वे बिना किसी कारण अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में अकाली दल की लीडरशिप झूठी उम्मीदें पाल रही है और लोगों द्वारा बार-बार नकारे जाने के बावजूद उन्हें सत्ता में वापसी की उम्मीद है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसके विपरीत ‘आप’ सरकार विकास और अच्छे शासन के कारण ही देश भर में अपने पैर पसार रही है। ‘आप’ सरकार अब गोवा, गुजरात, जम्मू-कश्मीर और केरल जैसे राज्यों में अपना विस्तार कर रही है, जहां यह स्थानीय संस्थाओं की चुनाव जीत रही है।
विधान सभा चुनावों के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस फैसले को सेमीफाइनल के रूप में नहीं बल्कि सरकार के कार्य के रिपोर्ट कार्ड के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने दोहराया कि पार्टी जाति-पात या धर्म के मुद्दे की बजाय विकास के मुद्दे पर लोगों तक पहुंच जारी रखेगी।
भाजपा को अपने पैतृक गांव सतोज में सिर्फ एक वोट प्राप्त करने के बारे में पूछे जाने पर भगवंत मान ने कहा कि नेताओं को अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वे लोगों का व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद करने के लिए उनके गांव का दौरा करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि नशा तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है, जो आम आदमी पार्टी की सरकार के पास है। पंजाब में नशों से संबंधित मामलों में सजा दर 83 प्रतिशत है, जो देश में सबसे अधिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार अब पिछली सरकारों के समय तहस-नहस किए गए सिस्टम को संभाल रही है।






