- दिवंगत गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता ने सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा से संबंधित जानकारी लीक करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की: विपक्ष के नेता
चंडीगढ़, 07 मार्च (The News Air) पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने मंगलवार को रैपर और गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह के न्याय के संघर्ष में उनके साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार की शोकाकुल परिवार के प्रति ढुलमुल रवैये के लिए दुनिया भर में तीखी आलोचना हो रही है।
गौरतलब है कि ‘आप’ सरकार की उदासीनता से आजिज आकर बलकौर सिंह और उनकी पत्नी न्याय के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए आज पंजाब विधानसभा के बाहर बैठ गए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाजवा ने कहा कि धरने पर जाने से पहले, वह (बलकौर सिंह) उनके आवास पर आए और न्याय प्रक्रिया को गलत तरीके से चलाने के लिए आप सरकार से निराशा व्यक्त की।
मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने कहा कि जानबूझकर शुभदीप सिंह की सुरक्षा जानकारी लीक करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस जानकारी के लीक होने से अपराधियों के प्रति सिद्धू मूसेवाला की भेद्यता उजागर हो गई, जो बाद में घातक साबित हुई। उन्होंने कहा कि उक्त सूचनाओं का खुलासा करने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति सरकार के आराम का आनंद ले रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उनके आवास पर एक बैठक के दौरान बलकौर सिंह ने कहा कि उनका मानना है कि पंजाब के तरनतारन जिले के गोइंदवाल साहिब सेंट्रल जेल में मारे गए दो गैंगस्टर सिद्धू मूसेवाला की नृशंस हत्या के गवाह थे। ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें मारना साक्ष्य नष्ट करने का प्रयास था।
बाजवा ने साफ तौर पर कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को पंजाब विधानसभा में 6 मार्च को बदसलूकी करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
विपक्ष के नेता ने कहा, “हमने इस मुद्दे को पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधावन के संज्ञान में लाया है, और उनसे इस पर उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है, हालांकि उन्होंने अपने अनैतिक व्यवहार के लिए मुख्यमंत्री की निंदा नहीं की है।”
बाजवा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि वह पंजाब विधानसभा के चल रहे सत्र का बहिष्कार करेगी जब भी मुख्यमंत्री कार्यवाही में शामिल होंगे।
बाजवा ने कहा, ‘मैं यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि हम सदन के किसी अन्य सदस्य का विरोध नहीं करेंगे और हमेशा की तरह कार्यवाही में भाग लेंगे। यह केवल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का बहिष्कार है।’