नई दिल्ली, 04 जनवरी (The News Air) आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को भाजपा और कांग्रेस पर तीखे हमले किए। उन्होंने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हम दिल्ली में अपने काम पर वोट मांग रहे हैं और भाजपा अपनी गालियों पर वोट मांग रही है। अब दिल्ली की जनता को तय करना है कि उसे काम चाहिए या गाली चाहिए। अभी तक दिल्ली में भाजपा के पास न कोई सीएम चेहरा है, न कोई नैरेटिव है और ना ही कोई विजन है कि वह क्या करेंगे? जबकि हम लोगों को बता रहे हैं कि पिछले 10 साल में हमने क्या काम किए और आने वाले पांच सालों में क्या काम करेंगे? वहीं उन्होंने एक-दूसरे का साथ दे रही भाजपा और कांग्रेस से कहा कि अब कांग्रेस-भाजपा को औपचारिक रूप से एलान कर देना चाहिए कि वो आम आदमी पार्टी के ख़िलाफ़ गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक भाजपा के पास ना कोई सीएम चेहरा है, ना कोई नेरेटिव है और ना ही दिल्ली को लेकर कोई विजन है कि वह क्या करेंगे। उन्होंने दस साल में कोई काम नहीं किया। भाजपा सिर्फ आम आदमी पार्टी को गालियां देकर यह चुनाव जीतना चाहती है। हम लोगों को बता रहे हैं कि दस साल में हमने यह काम किए और आने वाले पांच सालों में यह काम करेंगे। हमें हमारे कामों के बल पर वोट दो। भाजपा कह रही है कि हमने दस साल में इतनी गालियां दीं। आने वाले पांच साल में अरविंद केजरीवाल को और अच्छी-अच्छी गालियां देंगे। हमें गालियां के नाम पर वोट दो। अब जनता को तय करना है कि वो गालियों का नाम पर वोट देगी या काम के नाम पर वोट देगी।
पंजाब में योजनाओं को लेकर अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन कर रही महिलाओं को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह कांग्रेस और भाजपा की ही महिलाएं हैं। यह पंजाब की महिलाएं नहीं है। पंजाब की सारी महिलाएं आम आदमी पार्टी के साथ हैं। उनको आम आदमी पार्टी पर भरोसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा को अब औपचारिक रूप से ऐलान कर देना चाहिए कि वह मिलकर गठबंधन में आम आदमी पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। ये चोरी छिपे पीठ पीछे एक साथ गठबंधन करना ठीक नहीं है। हालांकि कांग्रेस को जनता ने गंभीरता से लेना बंद कर दिया है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा में तीन तरह की आपदा आई हुई है। पहली, भाजपा के पास सीएम चेहरा नहीं है। दूसरी, भाजपा के पास नैरेटिव नहीं है, उन्हें पता ही नहीं है कि चुनाव किस मुद्दे पर लड़ना है। तीसरी, भाजपा के पास इस चुनाव के लिए कोई भी एजेंडा नहीं है। वहीं दिल्ली में एक आपदा कानून- व्यवस्था की आई हुई है। दिल्ली के अंदर खुलेआम गैंगस्टर्स गोलियां चला रहे हैं लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सुनाई नहीं दे रहा है। दिल्ली के अंदर महिलाएं रो रही हैं, चीख रही हैं, चिल्ला रही हैं लेकिन उनकी चीख-पुकार अमित शाह के कानों तक नहीं पहुंच रही है। व्यापारी रो रहे हैं, दया की भीख मांग रहे हैं। व्यापारी गैंगस्टरों से सुरक्षा मांग रहे हैं लेकिन इनके कानों तक उनकी आवाज नहीं पहुंच रही है। अगर अमित शाह को सरकारें तोड़़ने-जोड़ने, विधायक खरीदने से फुर्सत मिल जाए तो थोड़ा सा वक्त दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर भी दे दें।