WAVES 2025 Summit: भारत ने दुनिया के नक्शे पर अपनी रचनात्मक धाक जमा दी है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ऐतिहासिक पहल ‘वेव्स 2025’ में 90 से अधिक देशों ने हिस्सा लिया, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया को ‘क्रिएट इन इंडिया’ का नया मंत्र दिया। यह आयोजन केवल एक शिखर सम्मेलन नहीं, बल्कि भारत की रचनात्मक शक्ति का वो प्रदर्शन था जिसने वैश्विक निवेशकों और रचनाकारों को भारत की ओर देखने पर मजबूर कर दिया है।
मोदी का मंत्र: ‘भारत में सृजन करो, दुनिया के लिए’
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘वेव्स’ (WAVES) को महज एक सरकारी आयोजन नहीं, बल्कि “संस्कृति, रचनात्मकता और सार्वभौमिक जुड़ाव की लहर” करार दिया। उन्होंने दुनिया भर के क्रिएटर्स को भारत आने और “बड़े सपने देखने” के लिए प्रोत्साहित किया। पीएम का स्पष्ट संदेश था— “भारत में सृजन करो, दुनिया के लिए सृजन करो” (Create in India, Create for the World)। इस विजन ने वैश्विक निवेशकों और युवाओं के लिए भारत के विशाल रचनात्मक इकोसिस्टम के दरवाजे खोल दिए हैं।
‘क्रिएटोस्फीयर’: देसी टैलेंट, विदेशी मंच
इस महाकुंभ का सबसे रोमांचक हिस्सा ‘क्रिएटोस्फीयर’ और ‘क्रिएट इन इंडिया चैलेंजेस’ (सीआईसी) रहा। यह भारत की सबसे बड़ी टैलेंट हंट साबित हुई, जिसमें 1 लाख से अधिक प्रविष्टियां आईं। सबसे खास बात यह रही कि इसके विजेताओं ने मेलबर्न, टोक्यो, टोरंटो और मैड्रिड जैसे शहरों में भारत का झंडा बुलंद किया। चाहे वह गेमिंग हो, एनीमेशन हो या वीएफएक्स—भारतीय युवाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 150 से अधिक रचनाकारों को सम्मानित कर यह साबित किया कि सरकार अब क्रिएटर्स इकोनॉमी को गंभीरता से ले रही है।
स्टार्टअप्स के लिए ‘वेवएक्स’ का बूस्टर
मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में नए आइडियाज को उड़ान देने के लिए ‘वेवएक्स’ (WAVEX) ने गेमचेंजर की भूमिका निभाई। इसने 200 से अधिक स्टार्टअप्स को सहारा दिया। माइक्रोसॉफ्ट और अमेज़न जैसी दिग्गज कंपनियों के सामने भारतीय स्टार्टअप्स ने अपने विचार रखे।
एक बड़ी सफलता यह रही कि ‘वीवाईजीआर न्यूज’ और ‘वीवा टेक्नोलॉजीज’ जैसे स्टार्टअप्स शार्क टैंक इंडिया तक पहुँचने में सफल रहे। इसके अलावा, एआई (AI) आधारित वीडियो जनरेशन के लिए ‘कलासेतु’ और रियल टाइम अनुवाद के लिए ‘भाषासेतु’ जैसी चुनौतियों ने तकनीक और संस्कृति का अनोखा संगम पेश किया।
हजारों करोड़ का निवेश और बाजार
संपादकीय विश्लेषण: ‘वेव्स 2025’ केवल सांस्कृतिक आदान-प्रदान तक सीमित नहीं था, बल्कि यह एक बड़ा व्यापारिक मंच भी साबित हुआ। ‘वेव्स बाज़ार’ के जरिए लगभग 4,334 करोड़ रुपये के संभावित व्यापार और निवेश पर चर्चा हुई। 9000 से अधिक बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) बैठकें हुईं। यह आंकड़े बताते हैं कि भारत अब केवल ‘बैक-ऑफिस’ नहीं रहा, बल्कि ग्लोबल कंटेंट मार्केट का एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है। जब भारत-जापान और भारत-कोरिया जैसे ‘क्रिएटिव कॉरिडोर’ खुलते हैं, तो इसका सीधा मतलब है कि भारतीय कंटेंट की डिमांड अब वैश्विक है।
IICT: भविष्य की तैयारी
सरकार ने भविष्य की जरूरतों को समझते हुए मुंबई में ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजीज’ (IICT) की स्थापना की है। यह संस्थान एनिमेशन, वीएफएक्स और गेमिंग के लिए एक ‘नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ है। गूगल, मेटा और एनवीडिया जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी करके यह संस्थान छात्रों को सीधे इंडस्ट्री के लिए तैयार कर रहा है।
आम आदमी और युवाओं पर असर
इस पूरी कवायद का सबसे बड़ा फायदा भारत के युवाओं को होगा। गेमिंग, एनीमेशन और डिजिटल कंटेंट क्रिएशन अब केवल शौक नहीं, बल्कि एक बड़ा करियर विकल्प बन गया है। आईआईसीटी (IICT) जैसे संस्थान और स्टार्टअप्स को मिलने वाला समर्थन लाखों नई नौकरियों के अवसर पैदा करेगा। अब छोटे शहरों का क्रिएटर भी अपने हुनर के दम पर ग्लोबल मंच तक पहुँच सकता है।
जानें पूरा मामला
क्या है पृष्ठभूमि: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 2025 में मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए व्यापक पहल की, जिसका केंद्र बिंदु ‘वेव्स 2025’ था। इसके साथ ही पायरेसी रोकने के लिए कड़े कदम, सीबीएफसी (CBFC) में सुधार और गोवा में 56वें आईएफएफआई (IFFI) का सफल आयोजन शामिल है। 56वें आईएफएफआई में 81 देशों की 240 फिल्में दिखाई गईं, जिसने भारत को सिनेमा की दुनिया में एक मजबूत केंद्र के रूप में स्थापित किया।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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WAVES 2025 में 90 देशों के 10,000 प्रतिनिधि और 350 स्टार्टअप्स शामिल हुए।
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Create in India Challenges के विजेताओं ने टोक्यो, टोरंटो और मैड्रिड में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
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WAVES Bazaar में 4,334 करोड़ रुपये के संभावित निवेश प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
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मुंबई में IICT की स्थापना हुई, जो एवीजीसी (AVGC) सेक्टर के लिए उत्कृष्टता केंद्र है।
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सीबीएफसी (CBFC) कमेटियों में अब 50% महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।








