Murshidabad Violence : मुर्शिदाबाद (Murshidabad) जिले में हाल ही में वक्फ एक्ट को लेकर फैली अशांति पर पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि इस घटना को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है और इसके पीछे साज़िश हो सकती है। ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से अपील की कि वे इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करें और “किसी भी अमानवीय कानून” को लागू न करें। साथ ही उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) पर नजर रखने की सलाह भी दी।
ममता बनर्जी ने इमामों के साथ हुई बैठक में स्पष्ट किया कि अगर तृणमूल कांग्रेस (TMC) इस हिंसा में शामिल होती, तो उनके नेताओं के घरों पर हमले नहीं होते। उन्होंने कहा कि वक्फ अधिनियम (Waqf Act) को लेकर कुछ हिस्सों में हल्की फुल्की अशांति जरूर हुई, लेकिन इसे जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनकी पार्टी ने संसद में वक्फ कानून के खिलाफ सबसे मुखर होकर आवाज़ उठाई है और अब उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) से अपील करती हूं कि वे ऐसे किसी भी अमानवीय कानून को लागू न करें और अपने गृह मंत्री (Home Minister) पर नजर रखें।” उनका यह बयान केंद्र सरकार पर सीधे तौर पर हमला माना जा रहा है।
सीमा पार से उपद्रवियों की एंट्री?
ममता बनर्जी ने आगे बताया कि उन्हें ऐसी रिपोर्ट मिली हैं, जिनमें इस बात का ज़िक्र है कि अशांति फैलाने में सीमा पार के तत्वों (Cross-border elements) की भूमिका हो सकती है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि ऐसा है, तो क्या यह बीएसएफ (BSF) की जिम्मेदारी नहीं बनती कि वह सीमा की रक्षा करे? उनका यह बयान केंद्र की सुरक्षा एजेंसियों की जिम्मेदारियों पर सवाल उठाता है।
मीडिया और विपक्ष पर लगाया आरोप
ममता बनर्जी ने कुछ मीडिया संस्थानों पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ मीडिया हाउस भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ मिलकर बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके अनुसार, ये संस्थान दूसरे राज्यों की हिंसा के वीडियो दिखाकर उन्हें बंगाल की घटनाएं बताकर प्रचारित कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष वक्फ कानून के नाम पर जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव (Communal Tension) फैलाने की कोशिश कर रहा है।
इस पूरी घटना को लेकर मुख्यमंत्री का रुख बेहद सख्त है और उन्होंने साफ किया कि उनकी सरकार इस तरह की अफवाहों और साजिशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने दोहराया कि बंगाल में शांति और एकता को कोई तोड़ नहीं सकता।