शेयर बाजार (Stock Markets) की गिरावट ने इनवेस्टर्स को निराश कर दिया है। बाजार पिछले साल अक्टूबर में अपने उच्चतम स्तर से 10 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। 18 अक्टूबर, 2021 को सेंसेक्स (Sensex) 61,765 अंक पर पहुंच गया था। शुक्रवार (27 मई) को दोपहर में यह 54,803 अंक पर चल रहा था। पिछले साल जब मार्केट चढ़ रहा था तभी दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने इसकी तेजी पर एक गाना रिकॉर्ड किया था।
पिछले साल सितंबर में रिकॉर्ड किए गए इस गाने को विजय केडिया ने शुक्रवार (27 मई) को दोबारा ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने सेंसेक्स की तेजी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा है कि तुम (Sensex) क्यों इतना चढ़ रहे हो। इसका मतलब है कि केडिया को तब (सितंबर 2011) यह अंदाजा हो गया था कि मार्केट की यह तेजी टिकाऊ नहीं है।
When I warned index in September 2021. “New high daily bana rahe ho, kyun itni jaldi macha rahe ho.” “Gir jaaoge yu tez chalte, kyun tum mujhe yu dara rahe ho. Full song. https://t.co/mlBAbmPbLB https://t.co/HHQ3kESYtw
— Vijay Kedia (@VijayKedia1) May 27, 2022
विजय केडिया को गाना गाने का शौक है। वह गाने खुद ही लिखते हैं। फिर उसे गाते हैं। इससे पहले उनके कई गानों को लेकर खूब चर्चा हो चुकी है। खास बात यह है कि उनके गाने मार्केट के माहौल को बयां करते हैं। चूंकि, उन्हें स्टॉक मार्केट की जबर्दस्त समझ है तो वह पहले ही बाजार की चाल का अंदाजा लगा लेते हैं।
स्टॉक मार्केट्स एक्सपर्ट्स ने इनफ्लेशन को बड़ी चिंता बताई है। यूक्रेन क्राइसिस (Ukraine Crisis) का असर ग्लोबल इकोनॉमी पर पड़ा है। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था की ग्रोथ घट सकती है। इंग्लैंड में स्लोडाउन से इसकी आशंका बढ़ गई है। मार्च में इंग्लैंड की जीडीपी 0.1 फीसदी घट गई। अमेरिका में अप्रैल में इनफ्लेशन 8.3 फीसदी रहा। यह मार्च के 8.5 फीसदी इनफ्लेशन से थोड़ा कम है। लेकिन, अनुमान से ज्यादा है। इसके चलते अमेरिकी केंद्रीय बैंक इंटरेस्ट रेट बढ़ाने की अपनी पॉलिसी को जारी रखेगा।
इंडिया में भी अप्रैल में इनफ्लेशन में बड़ा उछाल आया है। यह बढ़कर 7.79 फीसदी पर पहुंच गया है। मार्च में यह 6.95 फीसदी था। इसका असर कंपनियों के परफॉर्मेंस पर भी पड़ेगा। एंबिट एसेट मैनेजमेंट के सीईओ सुशांत भंसाली ने कहा, “कंपनियों की कमाई पर बढ़ते इनफ्लेशन का असर साफ तौर पर दिख रहा है। अगली तो तिमाही में यह ट्रेंड बने रहने की उम्मीद है। इस वजह से कमाई बढ़ने की जगह कमाई में कमी आने का अनुमान जताया जा रहा है।”