चंडीगढ़ (Chandigarh), 24 जनवरी (The News Air): पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। गुरदासपुर (Gurdaspur) जिले के पुलिस थाना सिविल लाइन्स, बटाला (Civil Lines, Batala) में तैनात सहायक सब-इंस्पेक्टर (ASI) सुखराज सिंह को 5000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह गिरफ्तारी गुरदासपुर के गांव गोकखुवाल (Gokhuwal) के निवासी गुरदियाल चंद की शिकायत पर की गई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि एएसआई ने एक आरोपी को गिरफ्तार करने के बदले 5000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
कैसे हुई कार्रवाई?
विजिलेंस ब्यूरो ने इस मामले में शिकायत मिलने के बाद तुरंत जांच शुरू की।
- शिकायतकर्ता का आरोप: शिकायतकर्ता गुरदियाल चंद ने बताया कि उसने पुलिस थाना सिविल लाइन्स, बटाला में कुछ अपराधियों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करवाई थी। ये अपराधी उस पर हमला करने में शामिल थे।
- एएसआई सुखराज सिंह, जो इस केस का जांच अधिकारी (Investigation Officer) था, ने आरोपी की गिरफ्तारी के बदले रिश्वत की मांग की।
विजिलेंस टीम की रणनीति:
- शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद, विजिलेंस टीम ने जाल (trap) बिछाया।
- टीम ने दो सरकारी गवाहों (Government Witnesses) की मौजूदगी में आरोपी को 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा।
- यह पूरी कार्रवाई पूरी तरह पारदर्शी और नियमानुसार की गई।
आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज
विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत मामला दर्ज किया है।
- मामला दर्ज स्थान: पुलिस थाना, रेंज अमृतसर (Range Amritsar)।
- आगे की कार्रवाई: आरोपी को न्यायालय (Court) में पेश किया जाएगा।
विजिलेंस ब्यूरो ने कहा है कि इस मामले में विस्तृत जांच जारी रहेगी और रिश्वत से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच की जाएगी।
विजिलेंस की मुहिम से बढ़ा भरोसा
पंजाब सरकार के नेतृत्व में विजिलेंस ब्यूरो लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है।
- पिछले कुछ महीनों में सरकारी अधिकारियों (Government Officials) के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाइयां की गई हैं।
- इस तरह की सख्ती ने राज्य में भ्रष्टाचार (Corruption) के मामलों पर रोक लगाने में मदद की है।
विजिलेंस ब्यूरो के अनुसार, यह अभियान भविष्य में भी इसी सख्ती के साथ जारी रहेगा। उनका उद्देश्य है कि सरकारी तंत्र से भ्रष्टाचार पूरी तरह समाप्त हो।
क्या कहता है यह मामला?
गुरदासपुर के इस मामले ने साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अब और तेज होगी। शिकायतकर्ता गुरदियाल चंद ने विजिलेंस टीम को अपनी शिकायत देकर बड़ा कदम उठाया। इस घटना से अन्य पीड़ितों को भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की प्रेरणा मिलेगी।
पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कदम सरकार और विजिलेंस ब्यूरो के मजबूत इरादों को दिखाता है। इस तरह की कार्रवाइयों से न सिर्फ जनता का भरोसा बढ़ता है, बल्कि सरकारी तंत्र में भी पारदर्शिता आती है।
क्या आप भी भ्रष्टाचार का शिकार हुए हैं? विजिलेंस हेल्पलाइन पर संपर्क करें और अपनी शिकायत दर्ज कराएं। साथ मिलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ें!