चंडीगढ़, 9 सितंबर (The News Air)
आगामी वर्ष पंजाब में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए सभी पार्टियों ने अपनी सियासी सगरिमयां तेज़ करते हुए अपनी कमर कस ली हैं। सभी दलों के नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्या रोप का दौर भी शुरू हो गया है। वीरवार को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने किसान आंदोलन के बहाने नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाने लगाए। नवजोत सिद्धू ने ट्वीट कर नैशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) का नया मतलब भी समझाया।
कभी बीजेपी के कद्दावर नेता रहे नवजोत सिद्धू ने कहा कि एनडीए का मतलब ‘नो डेटा अवेलेबल’। उन्हों ने ट्वीट किया- ‘एनडीए का मतलब है किसानों, मज़दूरों और छोटे व्यापारियों के बारे में कोई डेटा उपलब्ध नहीं है … सरकार केवल अपने अमीर कॉर्पोरेट दोस्तों के बारे में जानती है, जिनका क़र्ज़ माफ़ किया जाता है, जिनके विमानों में सरकार के लोग सफ़र करते हैं और जो सरकार की नीतियां बनाते हैं। जैसे कि तीनों कृषि क़ानून, जिससे सिर्फ़ 0.1 लोगों को लाभ होता है जबकि 70 प्रतिशत भारतीयों को लूटा जा रहा है।’
‘कितने किसानों की गई जान, केंद्र को कुछ पता नहीं’- नवजोत सिंह सिद्धू यहीं नहीं रुके। उन्हों ने कहा कि पूरे देश में कितने किसानों ने आत्माहत्यार की, केंद्र सरकार के पास इसका कोई डेटा नहीं है। किसानों को कितनी आय होती है, इसकी भी जानकारी सरकार के पास नहीं है। पिछले कुछ समय में कितने लोगों ने अपनी नौकरियां गंवा दीं और कितने मज़दूरों को घर छोड़कर पलायन करना पड़ा, केंद्र सरकार के पास कोई डेटा नहीं है।
अगले साल की शुरुआत में चुनाव, बढ़ गई सरगर्मी- गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड सहित पांच राज्यों में अगले साल जनवरी से फरवरी के बीच विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से क़रीब पांच महीने पहले से ही इन सभी राज्यों में चुनावी सरगर्मी शुरू हो गई है। पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेता भी लगातार बैठक और सम्मेलन करने में जुटे हुए हैं। पिछले दिनों आए एक सर्वे में बताया गया था कि वर्ष 2022 के पंजाब चुनाव में आम आदमी पार्टी की सरकार बन सकती है।