US Stock Market Crash – अमेरिकी शेयर बाजार (US Stock Market) में हाल ही में आई बड़ी गिरावट ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को झकझोर दिया है। वॉल स्ट्रीट (Wall Street) में लगातार दूसरे दिन आई भारी गिरावट से कोविड (COVID) के बाद की सबसे बड़ी मंदी की आहट सुनाई दे रही है। इस गिरावट के पीछे मुख्य कारण अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा घोषित ‘रिसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariff)’ नीति है, जिसने निवेशकों में घबराहट और अनिश्चितता पैदा कर दी है।
2 अप्रैल को ट्रंप द्वारा घोषित नीति के बाद डॉव जोन्स (Dow Jones) में 5.5% और एसएंडपी 500 (S&P 500) में 5.97% की गिरावट देखी गई। इस गिरावट के कारण निवेशकों को रिटायरमेंट फंड और पोर्टफोलियो में भारी नुकसान उठाना पड़ा। एजेंसी AFP के मुताबिक अमेरिका को करीब 6 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। इस गिरावट का असर Apple, Nike जैसी दिग्गज टेक कंपनियों पर भी पड़ा है, जिनके शेयर 15% तक गिर गए और लगभग 2 लाख करोड़ डॉलर का बाजार पूंजीकरण खत्म हो गया।
ट्रंप का बयान: “अब बनो अमीर!”
इस गंभीर वित्तीय स्थिति के बीच, ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल (Truth Social)’ पर लिखा – “यह अमीर बनने का सबसे अच्छा समय है – पहले से भी ज्यादा अमीर!” उन्होंने कहा कि यह नीति अमेरिकी अर्थव्यवस्था को “सुपरचार्ज” करेगी और बड़ी कंपनियां टैरिफ को लेकर चिंतित नहीं हैं क्योंकि वे “बिग, ब्यूटीफुल डील (Big, Beautiful Deal)” के लिए तैयार हैं।
विश्लेषकों की चेतावनी और उपभोक्ता खर्च में गिरावट
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि टैरिफ नीति के चलते उपभोक्ता खर्च में गिरावट आई है और कंपनियों की आय पर गहरा असर पड़ा है। इससे महंगाई बढ़ सकती है और अमेरिका की आर्थिक वृद्धि धीमी हो सकती है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि यह नीति अल्पकालिक राहत के बजाय दीर्घकालिक नुकसान दे सकती है।
चीन की जवाबी कार्रवाई और वैश्विक मंदी का खतरा
चीन (China) ने ट्रंप की नीति के जवाब में अमेरिकी उत्पादों पर 34% आयात शुल्क लगाने का ऐलान किया है, जो 10 अप्रैल से लागू होगा। इसके अलावा, चीन ने अमेरिका को रेयर अर्थ मटेरियल्स (Rare Earth Materials) जैसे समेरियम (Samarium), गेडोलिनियम (Gadolinium), टर्बियम (Terbium) और डाइस्प्रोसियम (Dysprosium) के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। ये खनिज उच्च तकनीक, चिकित्सा उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए अत्यंत आवश्यक हैं, और अमेरिका का 70% आयात इन्हीं खनिजों का चीन से होता है।
WTO की ओर रुख करेगा चीन
चीन ने संकेत दिया है कि वह अमेरिका के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (WTO) में शिकायत दर्ज कराने की योजना बना रहा है। इस घटनाक्रम के बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने चेतावनी दी है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ रही है। यदि किसी देश की GDP लगातार दो तिमाहियों तक घटती है, तो उसे मंदी कहा जाता है, और फिलहाल अमेरिका सहित कई देशों के आर्थिक संकेतक कमजोर दिख रहे हैं।