The News Air- पटियाला- पंजाब के पटियाला शहर के एक निजी अस्पताल में पत्थरी के ऑपरेशन के लिए लाई गई महिला मरीज की मौत हो गई। घरवालों ने अस्पताल पर गलत इलाज का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। हंगामे की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो परिवार के लोग उससे भी भिड़ गए। डीएसपी सिटी ने मौके पर पहुच कर हालात को संभाला। दूसरी तरफ अस्पताल के डॉक्टर गलत इलाज के आरोपों को सिरे से खारिज कर रहे हैं।
पट्टी कराने आए थे तो हुई मौत
पटियाला के गांव छोटी रोनी निवासी दीपक कुमार ने 55 वर्षीय अपनी माता को पत्थरी के ऑपरेशन के लिए शहर के निजी अस्पताल में दाखिल कराया था। पहले यह ऑपरेशन दूरबीन के साथ होना था। मगर दीपक ने बताया कि मौके पर डॉक्टर ने बताया कि दूरबीन के साथ यह ऑपरेशन नहीं हो सकता, यह चीरे वाला ऑपरेशन करना पड़ेगा। जब चीरे वाला ऑपरेशन किया और उनके माता की लैट्रिंन वाली नाड को बाहर कर थैली लगा दी गई। 16 मार्च को उनकी माता को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। आज वे अपनी माता को पट्टी करवाने के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे थे, मगर अचानक उनकी मौत हो गई।
पुलिसवालों से भिड़े परिजन
महिला की मौत पर परिवार वाले भड़क उठे और अस्पताल में खूब हंगामा किया। बीच-बचाव में आने वाले पुलिस मुलाजिमों से भी परिवार के कुछ लोग हाथापाई पर उतर आए। स्थिति को खराब होते देखकर डीएसपी सिटी-2 मोहित अग्रवाल भी पहुंचे और स्थिति को काबू किया। यही इस भीड़ में एक और बुजुर्ग औरत अस्पताल पर इल्जाम लगाती नजर आई।
मुझे इंसाफ नहीं मिला
महिला का कहना था कि आज के से 4 साल पहले मेरे 34 वर्षीय जवान पुत्र को इस अस्पताल में पत्थरी के इलाज के दौरान मार दिया और वह आज तक इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही है और पंजाब के नए बने मुख्यमंत्री भगवंत मान से उन्हें बहुत उम्मीद है कि उन्हें उनके बच्चे की मौत का इंसाफ मिलेगा।
दिल का दौरा पड़ा : डॉक्टर
दूसरी तरफ अस्पताल के एमडी डॉक्टर मली से बात की गई तो उन्होंने सीधे तौर पर कहा के मरीज इलाज के बाद छुट्टी लेकर घर जा चुका था। 3 दिन बाद पट्टी करवाने के लिए पहुंचा था और अच्छा भला था। दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हुई है। उनसे जब दूसरे मरीजों के बारे में पूछा गया तो डॉक्टर ने कहा कि इस केस को दूसरे के साथ ना जोड़ा जाए। मेडिकल लाइन है, इसको दूसरे केसों से नहीं जोड़ा जा सकता हर केस अलग होता है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर कार्रवाई
डीएसपी सिटी-2 मोहित अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि इलाज के दौरान 55 वर्षीय महिला की मौत हो गई है। इल्जाम उनके घर वाले अस्पताल पर लगा रहे हैं। डैड बॉडी को सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सिविल सर्जन से बात कर एक बोर्ड बनाया जाएगा। जैसे ही बोर्ड की रिपोर्ट आती है, अगर कोई मेडिकल नेगलिजेंसी पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।