UP BJP President Election: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चल रही अटकलों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बड़ा खुलासा किया है। दिल्ली में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान एक अनौपचारिक बातचीत में शाह ने संकेत दिया कि यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष का नाम तय हो चुका है और अगले कुछ दिनों में इसका ऐलान किया जा सकता है। यह जानकारी ऐसे समय में आई है जब लखनऊ में बीजेपी और संघ के बड़े नेताओं की बैठकें चल रही हैं।
अमित शाह के कमरे में क्या हुआ?
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान, गृह मंत्री अमित शाह के कमरे में एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल मौजूद थे। पीयूष गोयल का इस बैठक में होना इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि उन्हें यूपी बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव के लिए चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है।
बातचीत के दौरान जब नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की चर्चा छिड़ी, तो शाह ने स्पष्ट किया कि इसके लिए पहले यूपी के बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव कराना जरूरी है। इसी बीच, कमरे में मौजूद एक अन्य सांसद ने लखनऊ में चल रही बैठकों का जिक्र किया, जिस पर शाह ने कहा, “ऐसे थोड़े ही चुनाव होता है। यूपी के नए बीजेपी अध्यक्ष के नाम पर तो फैसला हो चुका है।” शाह की यह बात वहां मौजूद कुछ पत्रकारों ने भी सुन ली।
नाम फाइनल, जल्द होगा चुनाव
जब पत्रकारों ने शाह से नाम पूछा, तो उन्होंने नाम तो नहीं बताया, लेकिन इतना जरूर कहा कि वह ‘बड़े समझदार नेता’ हैं और उनके नाम की घोषणा से कोई हैरान नहीं होगा। उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव अधिकारी पीयूष गोयल जल्द ही लखनऊ जाएंगे और चुनाव की प्रक्रिया पूरी कराएंगे।
योगी आदित्यनाथ और नए अध्यक्ष की केमिस्ट्री
यूपी में नए बीजेपी अध्यक्ष के सामने सबसे बड़ी चुनौती मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ तालमेल बिठाने की होगी। पिछले विधानसभा चुनाव (2022) के समय स्वतंत्र देव सिंह प्रदेश अध्यक्ष थे, जिन्हें योगी का करीबी माना जाता था। वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को दिल्ली का आदमी माना जाता है और सीएम योगी के साथ उनके रिश्ते अक्सर चर्चा में रहते हैं।
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, बीजेपी के सामने अखिलेश यादव की पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) रणनीति की काट खोजने की भी चुनौती है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी किसी ओबीसी या दलित चेहरे पर दांव लगाती है या सामान्य वर्ग के नेता को कमान सौंपती है, ताकि जातीय समीकरण को साधा जा सके।
राजस्थान के मंत्री का अनोखा आदेश
इस बीच, राजस्थान से एक दिलचस्प खबर आई है। वहां के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने जयपुर एयरपोर्ट के पास एक चाय की दुकान पर एक महिला की फरियाद सुनी। दौसा जिले की इस महिला ने गौशाला के काम में आ रही अड़चनों की शिकायत की। चूंकि महिला के पास कोई कागज नहीं था, इसलिए मंत्री जी ने उसकी हथेली पर ही आदेश लिख दिया कि कोई भी गौशाला का काम नहीं रोकेगा और उस पर अपने दस्तखत भी कर दिए।
मुख्य बातें (Key Points)
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अमित शाह ने संकेत दिया कि यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष का नाम तय हो चुका है।
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पीयूष गोयल जल्द ही लखनऊ जाकर चुनाव प्रक्रिया पूरी कराएंगे।
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नए अध्यक्ष के सामने सीएम योगी के साथ तालमेल और अखिलेश की पीडीए रणनीति की चुनौती होगी।
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बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले यूपी अध्यक्ष का चुनाव जरूरी है।
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राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने महिला की हथेली पर सरकारी आदेश लिखा।






