बता दें कि वर्तमान में भारत में केवल जियो और एयरटेल ही 5G सर्विस मुहैया करा रहे हैं और दोनों कंपनियां प्रतियोगिता को गर्माने के लिए अपने कई 4G प्लान में अनलिमिटेड 5G डेटा दे रही हैं। निश्चित तौर पर यह Vi के यूजरबेस पर सेंध का काम कर सकता है।
रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देते हुए बताया गया है कि मामले की जांच के बाद ट्राई का मानना है कि जियो और एयरटेल के टैरिफ को शिकारी नहीं कहा जा सकता, क्योंकि वे लागत से कम नहीं हैं। इसके अलावा, 4G की कीमत पर 5G की पेशकश को भी शिकारी नहीं कहा जा सकता है। हालांकि, किसी भी प्लान में अनलिमिटेड डेटा की पेशकश करना टैरिफ नियमों के फेयर यूसेज पॉलिसी के खिलाफ है, इसलिए दोनों [एयरटेल और जियो] को इसे बंद कर देना चाहिए।
यदि ऐसा होता है कि तो इसका मतलब यही है कि भविष्य में Jio और Airtel यूजर्स को अनलिमिटेड 5G डेटा नहीं मिलेगा और 5G डेटा भी 4G के समान FUP लिमिट के साथ आएंगे। बता दें कि वर्तमान में 4G डेटा FUP लिमिट के बाद 64 Kbps स्पीड के साथ एक्सेस किया जाता है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि अगर 5G डेटा को भी FUP के अंतर्गत लाया जाता है, तो डेटा कोटा खत्म होने के बाद यूजर्स को कितनी स्पीड मिलेगी।