Turkey-Syria Earthquakes: तुर्की (Turkey Earthquake) और सीरिया (Syria Earthquake) में सोमवार तड़के आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 8,364 हो गई है। आधिकारिक सूत्रों और बचावकर्मियों की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दोनों भूकंप प्रभावित देशों में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और अब यह कुल 8,364 पर पहुंच गई है। अधिकारियों को आशंका है कि भूकंप और बाद के झटकों से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि बचावकर्मी अभी मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं। कम तापमान और भूकंप के बाद के करीब 200 झटके महसूस किए जाने के कारण बचाव कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलू ने बुधवार को तुर्की के उपराष्ट्रपति फुआट ओकटे के हवाले से बताया कि देश में आए भीषण भूकंप में मरने वालों की संख्या बढकर 5,894 हो गई है तथा 34,810 लोग घायल हुए हैं। वहीं, सीरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में भूकंप से कम से कम 1,250 लोग मारे गए हैं और 2,050 घायल हुए हैं। मीडिया रिपोर्टों में बचावकर्मियों का हवाला देते हुए कहा गया है कि सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र में कम से कम 1,220 लोग मारे गए और 2,600 से अधिक घायल हुए हैं।
आपको बता दें कि तुर्की के दक्षिणी प्रांत कहरामनमारस में सोमवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 4:17 बजे 7.7 तीव्रता का भूकंप आया। इसके कुछ मिनट बाद देश के दक्षिणी प्रांत गजियांटेप में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया और कहरामनमारस में फिर दोपहर बाद 01:24 बजे 7.6 तीव्रता का भूकंप आया।
चीन का 82 सदस्यीय बचाव दल चार्टर्ड एयर चाइना के विमान से 8,000 किमी से अधिक की उड़ान भरने के बाद बुधवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 4:30 बजे तुर्की के अदाना एयरपोर्ट पर पहुंचा। भारत ने भी तुर्की में विनाशकारी भूकंप से प्रभावित हुए लोगों के लिए दो विमानों के जरिए राहत सामग्री और मेडिकल दलों को भेजा है।
इस बीच, दिल्ली में रह रहे तुर्की मूल के लोग भूकंप प्रभावित देश में हर कुछ मिनट पर अपने रिश्तेदारों एवं दोस्तों को फोन करके पूछते हैं कि हैलो, क्या आप सुरक्षित हैं और दूसरी ओर से जवाब ‘हां’ में सुनने के बाद तुरंत फोन रख देते हैं। भारत में रह रहे तुर्की मूल के लोग भी यह जान रहे हैं कि उनके देश को इस विनाश से उबरने में कई साल लग जाएंगे।