US-India Tariff Negotiation – अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भारत (India) को टैरिफ छूट देने के संकेत देते हुए ट्रेड वार्ता (Trade Talks) के मोर्चे पर नरमी दिखाई है। एक महत्वपूर्ण समय सीमा से पहले भारत (India), इजरायल (Israel) और वियतनाम (Vietnam) के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौतों को लेकर बातचीत चल रही है। अगर इन तीनों देशों के साथ सहमति बन जाती है, तो अमेरिका की नई टैरिफ व्यवस्था लागू होने से पहले इन देशों को राहत मिल सकती है।
सीएनएन (CNN) की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप की यह बातचीत एक सीमित समूह के देशों के साथ शुरू हुई है, जिसमें भारत प्रमुख भूमिका में है। ट्रंप चाहते हैं कि अंतिम समय पर वार्ता सफल हो, जिससे प्रस्तावित शुल्कों को रोका जा सके। यदि समझौता नहीं होता है, तो इन देशों से आयातित उत्पादों पर भारी शुल्क लागू कर दिए जाएंगे, जिससे दोनों देशों के व्यापार संबंधों पर असर पड़ेगा।
राष्ट्रपति ट्रंप के बेटे एरिक ट्रंप (Eric Trump) ने भी इस पर बयान दिया और स्पष्ट कहा कि जो देश पहले बातचीत करेगा, वही फायदे में रहेगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “मैं नहीं चाहता कि कोई देश आखिरी बने जो डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत करे। जो पहला करेगा, वही जीतेगा, आखिरी वाला जरूर हारेगा।”
इसी बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद भी पुष्टि की है कि अमेरिका व्यापारिक साझेदारों के साथ संवाद के लिए तैयार है। एयर फोर्स वन (Air Force One) पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हर देश हमें कॉल कर रहा है। यही हमारी रणनीति की खूबी है। हम ड्राइवर की सीट पर हैं, और जब तक वे हमें कुछ बेहतर ऑफर करते हैं, हम खुली बातचीत के लिए तैयार हैं।”
ट्रंप ने इस मौके पर TikTok का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह अमेरिका व्यापारिक मुद्दों को सुलझाने के लिए शुल्कों का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा, “TikTok के केस में चीन (China) कह सकता है कि वो एक समझौता चाहते हैं, लेकिन साथ में पूछेंगे कि क्या आप टैरिफ्स पर भी कुछ करेंगे? टैरिफ्स हमारे लिए सबसे बड़ी ताकत हैं।”
बता दें कि ट्रंप प्रशासन ने 2 अप्रैल को एक बड़ा ऐलान करते हुए भारत सहित कई देशों पर नए आयात शुल्क (Import Tariffs) लगाने की योजना घोषित की थी। यदि कोई समझौता नहीं होता है तो 9 अप्रैल से भारत को अमेरिका में अपने निर्यात पर 26% शुल्क, वियतनाम को 46% शुल्क, और इजरायल को 17% शुल्क देना होगा। इस फैसले का सीधा असर इन देशों की एक्सपोर्ट इंडस्ट्री (Export Industry) पर पड़ेगा।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारत और अमेरिका के बीच यह वार्ता किसी निष्कर्ष तक पहुंचती है या नहीं। फिलहाल उम्मीद की जा रही है कि भारत को ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी (Trump Tariff Policy) में थोड़ी राहत मिल सकती है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार संबंध और मजबूत होंगे।