India-Pakistan Tension को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं। हाल ही में उन्होंने पाकिस्तान (Pakistan) के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर (General Asim Munir) के साथ White House में लंच मीटिंग की, जिसमें भारत-पाकिस्तान तनाव (India-Pakistan Tension), ईरान-इजरायल युद्ध (Iran-Israel Conflict) और वैश्विक रणनीतिक विषयों पर चर्चा हुई। हालांकि इस मुलाकात को लेकर एक बड़ी चर्चा यह रही कि ट्रंप ने इस महत्वपूर्ण मीटिंग की एक भी तस्वीर सार्वजनिक नहीं की, जबकि वह आमतौर पर हर महत्वपूर्ण बैठक की तस्वीरें रीयल टाइम में साझा करते हैं।
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल प्रमुख बैठकों के प्रचार के लिए किया हो। हाल ही में उन्होंने टेस्ला (Tesla) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) के बेटे के साथ बिताए पलों की जानकारी भी अपने X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर साझा की थी। लेकिन जनरल मुनीर के साथ उनकी मुलाकात की कोई तस्वीर न आना पाकिस्तान में असहजता का कारण बन गया है और इसे एक तरह की राजनयिक उपेक्षा के तौर पर देखा जा रहा है।
वहीं पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा Inter-Services Public Relations (ISPR) ने बयान जारी कर बताया कि इस मीटिंग में आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयासों, व्यापार, कृत्रिम मेधा (Artificial Intelligence), ऊर्जा, क्रिप्टोकरेंसी और अन्य उभरती तकनीकों पर बातचीत हुई। ISPR ने यह भी कहा कि ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ दीर्घकालिक व्यापारिक साझेदारी में रुचि दिखाई है।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) ने इस बैठक को ऐतिहासिक बताया और कहा कि यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाक सेना प्रमुख को आमंत्रित किया है। उन्होंने इसे हाइब्रिड शासन मॉडल की सफलता बताया जिसमें निर्वाचित सरकार और सेना दोनों शामिल हैं।
बैठक के दौरान ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का भी जिक्र किया और बताया कि हाल ही में भारत के साथ व्यापार समझौते को लेकर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह खुश हैं कि दो समझदार नेताओं ने युद्ध न करने का फैसला लिया, जो परमाणु युद्ध में तब्दील हो सकता था। हालांकि यह बात भी गौर करने लायक है कि ट्रंप ने इस बार उस सीजफायर का क्रेडिट नहीं लिया, जिसका जिक्र वह पहले कई बार कर चुके हैं।
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या बैठक में ईरान (Iran) पर भी चर्चा हुई तो उन्होंने कहा कि मुनीर ईरान को अच्छे से जानते हैं और उनकी राय में ईरान मौजूदा स्थिति से खुश नहीं है। उन्होंने संकेत दिए कि मुनीर की जानकारी दोनों पक्षों – ईरान और इजरायल – को लेकर गहरी है और उन्होंने अमेरिकी रुख पर सहमति जताई।
इस मुलाकात ने भले ही पाकिस्तान के लिए नई रणनीतिक उम्मीदें जगाई हों, लेकिन तस्वीर साझा न करना और सार्वजनिक चर्चा से परहेज करना इस पूरे दौरे पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है।