नई दिल्ली, 04 जनवरी (The News Air) नई दिल्ली विधानसभा सीट इस बार बेहद दिलचस्प हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) से अरविंद केजरीवाल फिर से मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को टिकट दिया है। वहीं, भाजपा ने साहब सिंह वर्मा के बेटे और पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा को उतारकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
अरविंद केजरीवाल का रेकॉर्ड : 2020 के विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने 61% वोट (46,758) हासिल कर भाजपा के सुनील यादव (25,061 वोट) और कांग्रेस के रमेश सभरवाल (3,220 वोट) को बड़े अंतर से हराया था। 2015 और 2013 में भी केजरीवाल ने एकतरफा जीत दर्ज की थी। 2013 में उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर राजनीतिक पटल पर अपनी धाक जमाई थी।
संदीप दीक्षित: मां की हार का बदला लेने का मौका : कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित के लिए यह चुनाव व्यक्तिगत प्रतिष्ठा का है। 2013 में उनकी मां शीला दीक्षित को अरविंद केजरीवाल ने 25,000 से ज्यादा वोटों से हराया था। संदीप इस बार सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं और आप सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए अपनी मां के शासनकाल के विकास को सामने रख रहे हैं।
प्रवेश वर्मा: भाजपा की नई रणनीति : भाजपा ने प्रवेश वर्मा को उतारकर मुकाबले को और कड़ा बना दिया है। प्रवेश, जो दो बार पश्चिम दिल्ली से सांसद रह चुके हैं और एक बार विधायक भी, अपने पिता साहब सिंह वर्मा की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। भाजपा ने उनके जरिए केजरीवाल के किले को तोड़ने की योजना बनाई है।
क्या भाजपा और कांग्रेस मिलकर आप को घेर पाएंगी? : भाजपा और कांग्रेस दोनों ही केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल रही हैं। हालांकि, केजरीवाल का मजबूत जनाधार और उनकी पिछली जीतें विपक्ष के लिए चुनौती बनी हुई हैं।