Kidney Transplant – मेडिकल साइंस में नई क्रांति देखने को मिली है। अमेरिका के न्यू हैम्पशायर (New Hampshire) में डॉक्टरों ने सुअर के जीन (Gene-Edited Pig) में बदलाव कर उसकी किडनी को इंसान में सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट कर दिया। यह सर्जरी मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल (Massachusetts General Hospital) में हुई, जहां 66 वर्षीय मरीज को यह नई किडनी दी गई। ऑपरेशन के बाद मरीज को कुछ दिनों तक निगरानी में रखा गया और अब वह अपने घर लौट चुका है।
Sci-fi becomes reality: Almost 10 yrs ago we backed @eGenesisBio to solve the global organ shortage by genetically modifying pig organs for humans.
Today they announced a second patient received one of their pig kidneys.@genomicsdoc @mgh_transplant pic.twitter.com/vEWkOEVS5S
— Khosla Ventures (@khoslaventures) February 8, 2025
ट्रांसप्लांट कैसे हुआ? जानिए पूरा मामला
टिम एंड्रूज (Tim Andrews) नाम के 66 वर्षीय शख्स को पिछले दो साल से किडनी की गंभीर समस्या थी। वह किडनी डोनर की तलाश में थे, लेकिन कोई दाता नहीं मिल रहा था। रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका में किडनी डोनर पाने में औसतन 7 साल का समय लग सकता है। इसी दौरान, मेडिकल टीम ने Gene-Edited Pig Kidney ट्रांसप्लांट का प्रस्ताव दिया, जिसे टिम ने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया।
- ऑपरेशन की तारीख: 25 जनवरी 2025
- सर्जरी कहां हुई: मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल (Massachusetts General Hospital)
- सर्जरी के बाद परिणाम: किडनी ने तुरंत काम करना शुरू कर दिया, कोई रिजेक्शन नहीं हुआ
पहली बार नहीं हुआ ऐसा प्रयोग! पहले के ट्रांसप्लांट क्यों फेल हुए?
पिछले कुछ सालों में वैज्ञानिकों ने Xenotransplantation (प्राणि-अंग प्रत्यारोपण) पर कई प्रयोग किए, जिसमें जानवरों के अंगों को इंसानों में प्रत्यारोपित करने की कोशिश की गई।
- 2022 में, मैरीलैंड (Maryland) में सुअर का दिल (Pig Heart) एक इंसान में लगाया गया था, लेकिन मरीज 2 महीने बाद ही चल बसा।
- इससे पहले, सुअर की किडनी को ब्रेन-डेड मरीजों पर टेस्ट किया गया था, लेकिन कोई स्थायी सफलता नहीं मिली।
इस बार ट्रांसप्लांट क्यों सफल हुआ?
मेडिकल विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार प्रयोग के लिए Genetically Modified Pig Kidney का उपयोग किया गया, जिससे किडनी को इंसानी शरीर में अपनाने में आसानी हुई।
- Gene-Edited Pig Kidney में इंसान के इम्यून सिस्टम से मैच करने के लिए कुछ खास बदलाव किए गए थे।
- प्रत्यारोपण के बाद टिम की किडनी ने बिना किसी रुकावट के काम करना शुरू कर दिया।
- सर्जरी के 7 दिन बाद ही उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
किडनी की कमी से जूझ रहे मरीजों को मिलेगी नई उम्मीद
अमेरिका में 100,000 से ज्यादा लोग किडनी ट्रांसप्लांट का इंतजार कर रहे हैं। अगर Xenotransplantation तकनीक पूरी तरह सफल हो जाती है, तो इससे लाखों लोगों की जान बच सकती है।
- हर साल 30,000 से ज्यादा किडनी ट्रांसप्लांट होते हैं, लेकिन जरूरत इससे कहीं ज्यादा है।
- अगर Gene-Edited Pig Kidney ट्रांसप्लांट सफल होता है, तो इंसानों के लिए किडनी की कोई कमी नहीं रहेगी।
क्या यह टेक्नोलॉजी भविष्य में आम हो सकती है?
हालांकि, डॉक्टर्स इस सफलता से बेहद उत्साहित हैं, लेकिन अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह प्रक्रिया कितने समय तक सफल रहेगी।
- डॉक्टरों को अब यह देखना होगा कि टिम की किडनी लंबे समय तक बिना किसी साइड इफेक्ट के काम करती है या नहीं।
- अगर आने वाले महीनों में यह सफल रहती है, तो Gene-Edited Organ Transplantation भविष्य में आम हो सकता है।
- इससे हार्ट, लिवर, फेफड़े और अन्य अंगों का भी प्रत्यारोपण संभव हो सकता है।
मेडिकल साइंस का नया युग!
टिम एंड्रूज पर किया गया सुअर की किडनी ट्रांसप्लांट मेडिकल इतिहास का एक बड़ा कदम है। अगर यह पूरी तरह सफल रहता है, तो यह उन लाखों मरीजों के लिए उम्मीद की किरण बन सकता है, जो किडनी डोनर के इंतजार में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं।