Vegetables Price Hike: मोदी सरकार का बजट पेश होने से पहले महंगाई ने आम लोगों की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। सभी हरी सब्जियों के दाम में आग लग गई है। बाजार में पहले के मुकाबले सब्जियों के भाव 2 गुना से 3 गुना अधिक हो गए हैं। आलू, लौकी, खीरा, टमाटर, प्याज, अदरक और यहां तक की तोरई कोई भी सब्जी 60 रुपये से कम नहीं मिल रही है। दिल्ली में पिछले 15 दिनों में सब्जियों के दाम लगभग दोगुने हो गए हैं।
बारिश का मौसम आते ही दिल्ली-NCR में सब्जियों के दाम आसमान छूने लगते हैं। लेकिन इस बार बारिश और बाढ़ आने से पहले ही सब्जियों के दाम अचानक महंगे हो गए हैं। जो लोग पहले बाजार से थेला भरकर सब्जियों का अपने घर लाते थे, वो अब छोटी थैली में सब्जी अपने घर ला रहे हैं। सब्जियों का जायका बढ़ाने वाले टमाटर ने रसोई के बजट का जायका खराब कर दिया है। वहीं दिल्ली के साकेत में सब्जियों के दाम क्या हैं आइए आपको बताते हैं।
- नींबू- 70 रुपये, 250 ग्राम
- लहसुन-400 Kg
- अदरक-320 Kg
- शिमला मिर्च -200 Kg
- फूल गोबी-160 Kg
- तोरई-100 Kg
- बैंगन-80 Kg
- लौकी-80 Kg
- भिंडी-80 Kg
- करेला-80 Kg
- टमाटर-70-80 Kg
- प्याज- 60 Kg
- आलू-60 Kg
- खीरा- 60-80 Kg
अभी और बढ़ेंगे दाम
सब्जियों का जायका बढ़ाने वाला टमाटर 15 दिन में 40 रुपये से 80 रुपये तक पहुंच गया है। सीजनल सब्जियां के दाम भी आम आदमी के बजट से बाहर पहुंच गए हैं। फुटकर बाजार में सब्जियां की कीमत बेतहाशा बढ़ी है। इसका बड़ा कारण ये है कि सब्जी विक्रेताओं को पीछे से ही महंगे रेट पर सब्जी खरीदनी पड़ रही है। सब्जियों की कीमत में हो रही बढ़त का कारण बारिश भी है। आशंका जताई जा रही है कि बारिश और बाढ़ के बाद सब्जियों के दाम और बढ़ेंगे।