नई दिल्ली, 04 जनवरी (The News Air) हरियाणा के टोहाना में आयोजित विशाल किसान महापंचायत में हजारों किसानों ने हिस्सा लेकर संयुक्त किसान आंदोलन के प्रति विश्वास जताया। महापंचायत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकतंत्र के सिद्धांतों का सम्मान करने और तानाशाही रवैया छोड़ने की चेतावनी दी। साथ ही, किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की जान बचाने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की गई।
महापंचायत में किसानों से आह्वान किया गया कि वे 10 जनवरी 2025 से पहले अपने-अपने गांवों से केंद्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखें और कॉरपोरेट समर्थक राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति रूपरेखा (एनपीएफएएम) को निरस्त करने की मांग करें।
कार्यक्रम में पंजाब के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर किसानों के संघर्ष के साथ एकजुटता व्यक्त की गई। महापंचायत ने पंजाब के बठिंडा जिले के कोठा गुरु गांव की तीन महिला किसानों की मौत पर शोक व्यक्त किया, जो टोहाना में पंचायत में भाग लेने के दौरान एक दुर्घटना का शिकार हुईं। मृतकों में जसवीर कौर, सरबजीत कौर, और बलवीर कौर शामिल हैं।
किसानों ने पंजाब सरकार से मांग की कि इन महिलाओं के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए। महापंचायत ने किसानों से एकजुट रहने और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया।