Hanuman Beej Mantra Benefits : जीवन में कई बार ऐसा समय आता है जब इंसान बेवजह के डर और नकारात्मकता से घिर जाता है। रात के अंधेरे में डर लगना, अकेले रहने में घबराहट होना या फिर कुंडली में शनि और मंगल का भारी होना—इन सभी समस्याओं का एक सरल और अचूक समाधान सनातन धर्म के गूढ़ ज्ञान में छिपा है। हनुमान जी का बीज मंत्र न केवल आपको शक्ति और साहस देता है, बल्कि शनि की साढ़ेसाती और ढैया के बुरे प्रभावों को भी बेअसर करने की क्षमता रखता है।
क्या है हनुमान जी का बीज मंत्र?
पंडित जी बताते हैं कि जिस तरह सरस्वती का बीज मंत्र ‘ऐं’, दुर्गा का ‘ह्रीं’ और शिव जी का ‘हौं’ है, उसी तरह हनुमान जी का बीज मंत्र है—‘हं’ (Hum)। यह एक छोटा सा अक्षर अपने आप में अपार ऊर्जा समेटे हुए है। हनुमान जी की उपासना के लिए “ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र का जाप करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। सनातन धर्म में बीज मंत्रों का विशेष महत्व है, जैसे हवन के समय अग्नि का आह्वान करने के लिए ‘रं’ (Rum) लिखा जाता है।
मंत्र जाप के अद्भुत फायदे
हनुमान जी के बीज मंत्र का नियमित जाप करने से व्यक्ति के अंदर एकाग्रता (Concentration) बढ़ती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे शरीर को बल मिलता है और सहनशक्ति में इजाफा होता है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह मंत्र आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि करता है, जिससे नकारात्मक विचार और ऊर्जा दूर रहती है। जिन लोगों को छोटी-छोटी बातों पर डर लगता है, उनके लिए यह रामबाण उपाय है।
शनि और मंगल दोष का अंत
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैया या महादशा चल रही हो, तो हनुमान उपासना से बढ़कर कोई रक्षा कवच नहीं है। पंडित जी दावे के साथ कहते हैं कि हनुमान जी की शरण में रहने वाले व्यक्ति पर शनि देव का कोई भी अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता। इसी तरह, जिन लोगों की कुंडली में मंगल नीच राशि में है या अस्त है, उन्हें भी इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। मंगल साहस, क्रोध और पराक्रम का कारक है और हनुमान जी की पूजा से यह ग्रह अपने आप शांत और मजबूत हो जाता है।
कब और कैसे करें जाप?
इस शक्तिशाली मंत्र का जाप सूर्योदय के समय करना सबसे उत्तम माना जाता है, हालांकि आप इसे अपनी सुविधानुसार कभी भी कर सकते हैं। पूर्व दिशा की ओर मुख करके रोजाना 108 बार “ॐ हं हनुमते नमः” का जाप करने से जीवन में अद्भुत बदलाव महसूस होंगे। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो रात में लाइट बंद करते ही घबरा जाते हैं या जिन्हें अकेलेपन का डर सताता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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हनुमान जी का बीज मंत्र ‘हं’ है, जिसका पूरा जाप “ॐ हं हनुमते नमः” है।
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यह मंत्र शनि की साढ़ेसाती और मंगल दोष के प्रभाव को कम करता है।
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रोजाना 108 बार जाप करने से आत्मविश्वास और साहस बढ़ता है।
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अदृश्य भय और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में यह मंत्र बेहद कारगर है।






