उत्तर प्रदेश के बरेली में एक विशेष समुदाय के बच्चा जब इंटर कॉलेज में दाढ़ी नहीं कटवा कर गया तो कॉलेज से बाहर कर दिया गया. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं छात्रा के बड़े भाई ने बरेली के जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री पोर्टल पर इस मामले की शिकायत की है. वहीं स्कूल के प्राचार्य ने अपने ऊपर लगाए आरोपों को निराधार बताया है.
पूरा मामला बरेली के हाफीगंज के सेथल आजाद नौरंग इंटर कॉलेज का है. इस मामले में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कक्षा 9 का छात्र फरमान अली पढ़ता है. आरोप है कि प्रधानाचार्य ने छात्र फरमान अली को सिर्फ इस बात से स्कूल न आने की धमकी दी है कि उसने प्रधानाचार्य के कहने पर दाढ़ी नहीं कटाई.
प्रधानाचार्य के बिगड़े बोल
प्रधानाचार्य का कहना है यह मदरसा नहीं है, इंटर कॉलेज है. शासन का आदेश है, चाहे किसी भी संप्रदाय का बच्चा हो मगर दाढ़ी रख कर स्कूल में नहीं आएगा. यह कहकर प्रधानाचार्य ने कक्षा 9 के बच्चे को प्रताड़ित कर स्कूल से निकाल दिया. जब अगले दिन बच्चा अपने परिजनों को लेकर स्कूल पहुंचा तो प्रधानाचार्य के बोल बिगड़ गए.
करियर बर्बाद करने की दी धमकी
प्रधानाचार्य ने कहा यह शासन का आदेश है और इसका पालन करना पड़ेगा. घरवालों ने जब लिखित में शासन का यह आदेश देने की बात की गई तो प्रधानाचार्य को काफी गुस्सा आ गया. उन्होंने कहा कि हमें कानून का पाठ मत पढ़ाओ हमें सब पता है. ज्यादा होशियारी की तो एससी एक्ट का मुकदमा लगाकर जेल भेज देंगे. तुम्हारा और तुम्हारे भाई दोनों का कैरियर बर्बाद हो जाएगा. इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य के पद पर राम अचल खरवार का यह आचरण भेदभाव और सामाजिक सौहार्द बिगड़ने वाला है. पूरे मामले की शिकायत छात्र के भाई ने डीएम और मुख्यमंत्री पोर्टल पर की है.
इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राम अचल खरवार का कहना है कि छात्र कॉलेज लेट आ रहा था ड्रेस भी पहन कर नहीं आ रहा था ड्रेस पहनकर कालेज आने को कहा था दाढ़ी बनवाकर आने का आरोप निराधार हैं. वहीं पूरे मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक देवकी सिंह का कहना है कि घटना की शिकायत हमारे पास नहीं आई है. यदि आती है तो इसकी जांच कर दोषी के विरुद्ध कड़ी सख्त कार्रवाई की जाएगी.