हरियाणा, 29 अक्टूबर (The News Air): भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग अफसर बनकर लौटे गांव डिंग मंडी निवासी साहिल सुथार ने बताया कि जीवन में जब कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो किसी भी लक्ष्य को आसानी से पाया जा सकता है। लक्ष्य निर्धारित करना ही काफी नहीं है, उसके प्रति समर्पित होना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में युवा पीढ़ी मोबाइल व नशे को त्यागकर अपने लक्ष्य पर ध्यान दे तो मंजिल मिलने में जरा भी देर नहीं लगेगी। साहिल ने बताया कि उसकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के निजी स्कूल में हुई। इसके बाद वह आगामी पढ़ाई के लिए भट्टू मंडी स्थित सतलुज पब्लिक स्कूल में चला गया। 9वीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान ही अनेक प्रकार के एयरक्राफ्ट को देखकर उसके मन में वायुसेना में जाने की हिलोरें उठने लगी।
बोले, सफलता के लिए मोबाइल व नशे से दूर हों युवा |
उसने ठान लिया था कि चाहे जो भी हो जाए, बस भारतीय वायुसेना में जाना है और उसने इसी लक्ष्य को लेकर कदम बढ़ाए जिसमें उसके अभिभावकों पिता विनोद कुमार, माता सोमी देवी, दादा महावीर प्रसाद ने उसे लगातार प्रोत्साहित किया। लगातार उसे एकाग्रचित होकर प्रेरणा दी, जिसका परिणाम आज सभी के सामने है। साहिल ने एनडीए परीक्षा पास कर भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर जैसे गरिमामयी पद पर नियुक्ति पाई। अभिभावकों व ग्रामीणों ने साहिल की सफलता पर मिठाई खिलाकर उसे शुभकामनाएं दी।