नई दिल्ली, 11 जनवरी (The News Air) महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development), भारत सरकार, ने 10-12 जनवरी 2025 के बीच राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में एक चिंतन शिविर (National Chintan Shivir) का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्घाटन केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी (Smt. Annapurna Devi), ने महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर (Savitri Thakur), राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma), और उपमुख्यमंत्री व महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती दिया कुमारी (Diya Kumari) की उपस्थिति में किया।
आज उदयपुर में @MinistryWCD द्वारा आयोजित राष्ट्रीय चिंतन शिविर का उद्घाटन किया और राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों से आये माननीय मंत्रियों एवं प्रतिनिधियों को संबोधित की।
राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री @BhajanlalBjp जी और उपमुख्यमंत्री श्रीमती @KumariDiya जी को धन्यवाद। (1/2) pic.twitter.com/QQCQkjQxrq
— Annapurna Devi (@Annapurna4BJP) January 11, 2025
महिला विकास से महिला नेतृत्व में विकास की ओर कदम : श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने अपने उद्घाटन भाषण में महिलाओं और बच्चों के कल्याण के प्रति भारत सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा: “भारत ने G20 की अध्यक्षता करते हुए वैश्विक ध्यान ‘महिला विकास’ (Women Development) से ‘महिला नेतृत्व में विकास’ (Women-Led Development) पर केंद्रित किया। यह दृष्टिकोण 2024 में ब्राज़ील (Brazil) की अध्यक्षता में भी मजबूती से समर्थन प्राप्त करेगा।”
राज्य और केंद्र की साझेदारी से बन रही नई योजनाएं : महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री, श्रीमती सावित्री ठाकुर, ने कहा कि सरकार की पहलों जैसे मिशन शक्ति (Mission Shakti), मिशन वात्सल्य (Mission Vatsalya), और मिशन सक्षम आंगनवाड़ी एवं पोषण 2.0 (Mission Saksham Anganwadi & Poshan 2.0) ने जमीनी स्तर पर बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस आयोजन में केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी, मंत्री, और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया, ताकि सर्वोत्तम प्रथाओं (Best Practices) को साझा किया जा सके और भविष्य के लिए रणनीति तैयार की जा सके।
राजस्थान की भूमिका और उपलब्धियां : राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री, श्री भजन लाल शर्मा, ने कहा: “इस तरह के चिंतन शिविर (Chintan Shivir) सार्थक संवाद और सहयोग का मंच प्रदान करते हैं। राजस्थान को इस आयोजन की मेजबानी पर गर्व है।”
उपमुख्यमंत्री, श्रीमती दिया कुमारी, ने राज्य की सफलताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा:“राजस्थान ने हमेशा महिलाओं और बच्चों के कल्याण को प्राथमिकता दी है। यह शिविर हमारे प्रयासों को और प्रभावी बनाने में मदद करेगा।”
मुख्य सत्र और विषय : चिंतन शिविर में निम्नलिखित प्रमुख विषयों पर चर्चा की गई:
- मिशन शक्ति (Mission Shakti): महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण।
- मिशन वात्सल्य (Mission Vatsalya): बच्चों का पोषण और कल्याण।
- सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 (Saksham Anganwadi & Poshan 2.0): आंगनवाड़ी केंद्रों को सशक्त बनाना।
राज्यों की सर्वोत्तम प्रथाएं और नवाचार : शिविर के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं (Best Practices) की प्रस्तुतियां दीं। इन प्रस्तुतियों का उद्देश्य जमीनी मुद्दों को हल करने और सामूहिक रूप से नवाचारी समाधानों को लागू करना था।
आयोजन का महत्व : यह चिंतन शिविर महिला और बाल विकास के क्षेत्र में व्यापक सुधार और भारत को महिला नेतृत्व में विकास (Women-Led Development) की दिशा में अग्रसर करने का प्रयास है।
नोट: इस शिविर में चर्चा और विचार-विमर्श के माध्यम से, महिला और बाल कल्याण के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।