The News Air- (चंडीगढ़) विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले पंजाब की सियासत में नया धमाका हो सकता है। दिल्ली बॉर्डर पर कामयाब आंदोलन कर लौटे किसान संगठनों ने पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है।
शनिवार को किसान नेता चंडीगढ़ में इसकी घोषणा करेंगे। पंजाब के 32 किसान संगठन आंदोलन में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का हिस्सा बने थे। इनमें से 25 संगठन चुनाव मैदान में उतरेंगे।
सबसे अहम बात यह है कि चुनाव के लिए इनका अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) से गठबंधन होगा। किसान संगठन 30 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। बलबीर राजेवाल AAP से ही चुनाव लड़ सकते हैं। वह आम आदमी पार्टी का CM चेहरा हो सकते हैं।
हालांकि, इसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा में मतभेद होने लगा है। चुनाव से दूर किसान नेताओं का कहना है कि किसान संगठन चुनाव लड़ें, लेकिन पंजाब SKM का नाम न लें।
खन्ना से चुनाव लड़ सकते हैं राजेवाल
सूत्रों के मुताबिक़, पंजाब के दिग्गज किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल के AAP की टिकट पर खन्ना से चुनाव लड़ने की संभावना है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि पार्टी ने अभी तक CM चेहरे की घोषणा नहीं की है। खन्ना में राजेवाल के नए CM के पोस्टर तक लग चुके हैं। हालांकि, वह चुनाव लड़ने की बात से इनकार कर चुके हैं।
चढ़ूनी ने बढ़ाई पंजाब के संगठनों की चिन्ता
पंजाब के किसान संगठनों की बड़ी चिन्ता हरियाणा के किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी हैं। जिन्होंने पंजाब चुनाव लड़ने की खुली घोषणा कर दी है। चढ़ूनी ने कुछ दिन पहले ही चंडीगढ़ में संयुक्त संघर्ष पार्टी बनाने की घोषणा की। चढ़ूनी ने इसे मिशन पंजाब का नाम दिया है। अगर चढ़ूनी पंजाब की सियासत में सक्रिय हुए तो उन्हें किसान आंदोलन से राज्य में बने माहौल का फ़ायदा मिल सकता है। इससे पंजाब के किसान संगठन चिंतित हैं।
यह यूनियन चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं
किसान संगठनों की शुक्रवार को लुधियाना के मुल्लापुर में मीटिंग हुई थी। इसमें पंजाब के 7 किसान संगठनों कीरती किसान यूनियन, क्रांतिकारी किसान यूनियन, BKU-क्रांतिकारी, दोआबा संघर्ष कमेटी, BKU सिद्धुपुर, किसान संघर्ष कमेटी, जय किसान आंदोलन ने चुनाव पर असहमति जताई। उन्होंने बाक़ी किसान संगठनों को भी SKM का बैनर न इस्तेमाल करने को कहा है।
BKU क्रांतिकारी के प्रधान सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि हम चुनाव नहीं लड़ रहे। प्रेशर ग्रुप की तरह काम करते रहेंगे।