The News Air- समय 12 बजकर 23 मिनट का था, अदालत की दूसरी मंज़िल पर चहल पहल थी, लोग अपने अपने कार्यालय में काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दूसरी मंज़िल पर जब ब्लास्ट हुआ तो तभी वहाँ पर धुँआँ और कुछ जगह पर आग लगी हुई थी। जैसे ही ब्लास्ट हुआ तो वहाँ पर अफरा तफरी का माहौल था और लोग भाग रहे थे। एक वकील के अनुसार एक व्यक्ति का शव मलबे के नीचे पड़ा हुआ था और कुछ लोग घायल थे, एक वकील के सिर में चोट आई थी और उसे वहाँ से प्राईवेट कार में ले जाया गया। बाथरूम की दीवार के साथ ही फ़ोटो स्टेट मशीन लगी हुई थीं, यहां पर कुछ महिलाएं और बच्चे काम कर रहे थे, जैसे ही ब्लास्ट हुआ तो वह सन्न रह गए थे।
मैं पहली मंज़िल पर था ब्लास्ट के बाद धुएं से आई आर्डीएक्श की गंध
एडवोकेट रमेश कपूर के अनुसार वह पहली मंज़िल पर थे और बाहर जा रहे थे, तभी ज़ोरदार धमाका हुआ, जब मैने ऊपर देखा तो शीशे बिखरे हुए थे। दूसरी मंज़िल से धुँआँ निकल रहा था और उसमें से आरडीएक्स की गंध थी और उसी समय ही उन्हें पता चल गया था कि यह आरडीएक्स का ब्लास्ट हुआ है। तभी यहां अफरा तफरी मच गई थी और लोग इधर उधर भाग रहे थे। कुछ ही समय बाद वहाँ पुलिस पहुंचने लगे।
दो तीन सैकिंड पहले ही वहाँ से गुज़रा था और ब्लास्ट हो गया
शिरोमणि अकाली दल के नेता और विधान सभा क्षेत्र आत्म नगर से उम्मीदवार हरीश राय ढांडा के अनुसार वह अभी दो से तीन सेकेंड पहले ही वहाँ से गुज़रे थे और उसके बाद ही ब्लास्ट हो गया। उन्हें लगा शायद उन पर ही हमला किया गया है, क्योंकि वह विधायक सिमरजीत सिंह बैंस के दुष्कर्म मामले की पैरवी कर रहे हैं। जैसे ही ब्लास्ट हुआ मेरे ड्राइवर ने पिस्टल निकाल लिया था, और वह वहाँ से भाग निकले। जब नीचे गाड़ी के पास पहुंचे तो पीछे देखा पूरा धुँआँ ही धुँआँ था और लोग चीख़ पुकार मचाकर वहाँ से निकल रहे थे।
हम तीसरी मंज़िल पर थे, हादसे के नीचे आए तो मलबे में दबे लोग देखे, एडवोकेट बराड़
एडवोकेट एनएस बराड़, मैं तीसरी मंज़िल पर चैंबर के बाहर ही अपनी कुर्सी पर बैठी हुई थी और तारीख़ पर आए लोगों से बात कर रही थी, तभी ज़ोरदार धमाका हुआ। पहले कहा गया था सिलेंडर ब्लास्ट हुआ है, सभी वहाँ से भागने लगे थे, मैं भी उनके साथ सीढ़ियों से पहले नीचे उतरी तो देखा कि वहाँ पर चीख़ पुकार मची हुई थी। कुछ लोग मलबे के नीचे दबे हुए थे, मैने एक फ़ोटो क्लिक की और वहाँ से नीचे आ गई। नीचे आकर देखा तो गाडियों के शीशे भी टूटे हुए थे।
मैं फ़ोटो स्टेट कर रही थी तभी बगल में ज़ोरदार ब्लास्ट हुआ, और हम सन्न हो गए, संदीप कौर
कोर्ट कांपलेक्स में फ़ोटो स्टेट का काम करने वाली संदीप कौर बताती हैं कि अभी लंच टाइम होना था और मैं फ़ोटो स्टेट कर रही थी और कोर्ट से एक नायब कोर्ट मेरे पास फ़ोटो स्टेट करवाने आया था। तभी ज़ोरदार धमाका हुआ और वहाँ अफरा तफरी का माहौल बन गया। मैं सन्न हो गई थी और अस्पताल आने के बाद ही पता चला कि हुआ क्या है। वहाँ पर कुछ लोग मैने भागते हुए जरुर देखे थे।
मैं चैंबर में बैठा हुआ था, ज़ोरदार धमाका हुआ और शीशे टूट गए, गुरपाल सिंह
एडवोकेट के मुंशी गुरपाल सिंह का कहना है कि यहां पर ब्लास्ट हुआ मैं कुछ ही दूरी पर था, बलास्ट के बाद हमारे चैंबर के शीशे टूट गए थे। मैने बाहर जाकर देखा तो चीख़ पुकार मची हुई थी। मैने ही अपने हाथों से घायलों को नीचे छोड़ा था और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।