Earth Magnetic North Pole : ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि पृथ्वी का चुंबकीय उत्तरी ध्रुव (Magnetic North Pole) तेजी से कनाडा (Canada) से खिसककर रूस (Russia) की ओर बढ़ रहा है। एक दशक पहले जहां यह था, अब वहां से यह साइबेरिया (Siberia) के करीब पहुंच गया है। CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह बदलाव पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field) में लगातार हो रहे परिवर्तनों के कारण हो रहा है।
ब्रिटिश जियोलॉजिकल सर्वे (British Geological Survey) और NOAA (National Oceanic and Atmospheric Administration) के विशेषज्ञों ने इसे वर्ल्ड मैग्नेटिक मॉडल (World Magnetic Model) के जरिए ट्रैक किया है। दिसंबर 2024 की स्टडी के अनुसार, चुंबकीय उत्तरी ध्रुव का यह अप्रत्याशित मूवमेंट जारी है।
क्या है चुंबकीय उत्तरी ध्रुव और क्यों है यह महत्वपूर्ण? : चुंबकीय उत्तरी ध्रुव पृथ्वी के भौगोलिक उत्तरी ध्रुव (Geographic North Pole) से अलग होता है।
- भौगोलिक उत्तरी ध्रुव: यह पृथ्वी के घूमने की धुरी पर स्थिर रहता है।
- चुंबकीय उत्तरी ध्रुव: इसकी स्थिति पृथ्वी के मैग्नेटिक फील्ड पर निर्भर करती है, जो समय के साथ बदलती रहती है।
यह ध्रुव पृथ्वी के नेविगेशन सिस्टम और कंपास (Compass) के लिए बेहद जरूरी है। अगर इसमें तेजी से बदलाव होते हैं, तो इसका असर नेविगेशन, सैटेलाइट्स, और ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) पर पड़ सकता है।
इतिहास में चुंबकीय ध्रुव की स्थिति : पृथ्वी के चुंबकीय उत्तरी ध्रुव का पहली बार पता 1831 में ब्रिटिश एक्सप्लोरर सर जेम्स क्लार्क रोस (Sir James Clark Ross) ने लगाया था। उस समय यह उत्तरी कनाडा (Northern Canada) में स्थित था।
1931 से लेकर अब तक चुंबकीय उत्तरी ध्रुव की स्थिति में करीब 400 किलोमीटर का बदलाव हुआ है।
- 1990 के बाद तेजी: इस ध्रुव की गति 10 किलोमीटर प्रति वर्ष से बढ़कर 55 किलोमीटर प्रति वर्ष तक हो गई।
- 2015 के बाद गति में कमी: अब यह गति 35 किलोमीटर प्रति वर्ष पर स्थिर हो रही है।
वैज्ञानिक क्यों हैं चिंतित? : वैज्ञानिकों ने हाल के वर्षों में चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field) में अप्रत्याशित बदलाव देखे हैं। इनमें कभी गति तेज होती है तो कभी धीमी। हालांकि, इसके पीछे के कारण अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि पृथ्वी के कोर (Earth’s Core) में हो रही हलचलें, जहां लोहे और निकल की परतें हैं, इन बदलावों की वजह हो सकती हैं।
Magnetic Field का प्रभाव और संभावित खतरे : पृथ्वी का मैग्नेटिक फील्ड सोलर विंड (Solar Wind) और कॉस्मिक रेडिएशन (Cosmic Radiation) से रक्षा करता है। यदि चुंबकीय ध्रुव में तेजी से बदलाव होता है, तो इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं:
- नेविगेशन सिस्टम प्रभावित: शिपिंग और हवाई यातायात में बाधा।
- सैटेलाइट्स और GPS: उपग्रह संचार और लोकेशन ट्रैकिंग पर असर।
- कंपास की दिशा: पारंपरिक कंपास नेविगेशन में भ्रम।
पृथ्वी का चुंबकीय उत्तरी ध्रुव का मूवमेंट वैज्ञानिकों के लिए एक बड़ा रहस्य और चुनौती है। इसकी गति में तेजी और फिर अचानक कमी आने से यह स्पष्ट होता है कि पृथ्वी का मैग्नेटिक फील्ड लगातार विकसित हो रहा है।
आने वाले समय में, वैज्ञानिकों को इस बदलाव के संभावित प्रभावों को समझने और उससे निपटने के लिए नई तकनीकों का विकास करना होगा।
“क्या पृथ्वी का चुंबकीय ध्रुव भविष्य में और तेजी से बदल सकता है?” यह सवाल शोधकर्ताओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती है।