बठिंडा, 14 अगस्त (The News Air)
हिम्मत और हौसला हो तो इंसान मौत के मुंह से भी सुरक्षित निकलकर भी आ जाता है। कुछ ऐसी ही जिंदादिली कहानी सामने आई है पंजाब के बठिंडा से जहां एक युवक की जान बचना किसी चमत्कर से कम नहीं है। 4 इंच मोटी और 6 फीट लंबी रॉड युवक के सीने को आरपार हो गई, लेकिन उसके चेहर कोई सिकन तक नहीं थी, वह तो बस वाहे गरु जपता रहा, जबिक उसकी हालत देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए।
दरअसल, यह दिल दहला देने वाली घटना गरुवार को बठिंडा से सामने आई। यहीं के निवासी 42 साल के हरदीप सिंह अपने मिनी ट्रक से कहीं जा रहे थे। इसी दौरान गाड़ी का टायर फट गया और गाड़ी डिवाइडर पर गिर गई। इसी दौरान डिवाइडर पर लगी 4 इंच मोटी और 6 फीट लंबी रॉड हरदीप की छाती को चीरते हुए निकल गई।
वह खून से लथपथ हो चुके थे, राहगीरों ने देखा तो उन्हें किसी तरह उठाकर अस्पताल में पहुंचाया। हैरानी की बात यह थी उनकी मदद करने वाले लोगों के इस खतरनाक सीन देख रोंगटे खड़े हो रहे थे। जबकि हरदीप के चेहरे को देखकर ऐसा नहीं लग रहा था कि उनके साथ इतना बड़ा हादसा हुआ है। सबका यही कहना था कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोई।
हरदीप सिंह को जब बठिंडा की एक हॉस्पिटल मे एडमिट किया गया तो उनकी हालत बेहद नाजुक थी। डॉक्टरों की टीम ने किसी तरह अपनी सूझबूझ से आरपास हुई इस लोहे की रॉड को काटा। फिर कहीं जाकर ऑपरेशन शुरु किया।
डॉक्टर भी जब हरदीप का ऑपरेशन कर रहे थे तो उनका कहना था कि कुछ भी हो सकता है। क्योंकि रॉड दिल से सिर्फ आधा सेमी. दूरी पर थी। क्योंकि जरा भी हार्ट को कुछ हो जाता तो बड़ी प्रॉब्लम हो सकती थी। शायद जान भी जा सकती थी।बता दें क डॉक्टरों के लिए हरदीप के सीने से एंगल को निकालना किसी मिशन से कम नहीं था। करीब साढ़े 4 घंटे तक ऑपरेशन चला तब कहीं जाकर सीने से रॉड को निकाला।
अस्पताल में इलाज के दौरान हरदीप सिंह।
ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर भी हरदीप की हिम्मत देखकर दंग रह गए। क्योंकि उसका हौसला देखकर नहीं लगता था कि वह इतनी बड़ी परेशानी से जूझ रहा है। वह तो वाहेगुरु जपते कहता कि मेरे साथ जीवन में कभी बुरा नहीं होगा, क्योंकि मैंने किसी के साथ कोई बुरा नहीं किया है। इसलिए सब वाहे गुरु संभालेंगे।