नई दिल्ली, 26 जुलाई (The News Air)
क़रीब 971 करोड़ रुपए की लागत से नया संसद भवन (New Parliament Chamber) बनकर तैयार हो रहा है। यह संसद भवन अक्टूबर, 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा और आगामी वर्ष 2024 तक संसद भवन परिसर में सभी सांसदों को 40-40 वर्गमीटर के ऑफ़िस भी मुहैया करवाए जाएंगे। इस बीच कांग्रेस नेता मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने नए संसद भवन का Architectural Plan संसद में पेश करने की मांग की है। इसके पीछे जो वजह मनीष तिवारी बता रहे हैं वो अपने आप में बड़ा ‘बदलाव’ हो सकता है।
2024 से पहले लोक सभा की संख्या हो सकती है 1000?- कांग्रेस नेता मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने कहा कि, ‘दोस्तों ने मुझे बताया कि 2024 से पहले लोक सभा की संख्या 1000 या उससे अधिक करने के प्रस्ताव पर एक गंभीर चर्चा की जा रही है. इस लिए नए संसद भवन का आर्किटेक्टरल प्लान संसद में पेश किया जाना चाहिए।’ हालांकि मनीष तिवारी ख़ुद इस दावे की वास्तविकता की पुष्टि नहीं करते हैं, क्योंकि उन्होंने यह भी कहा, ‘पता नहीं यह सच है या झूठ।’
सेंट्रल विस्टा की ज़रूरत क्यों?- 11 फरवरी 2021 के लोक सभा में हुए एक सवाल के जवाब में शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नए सेंट्रल विस्टा (central vista project) के औचित्य पर प्रकाश डाला था। उन्होंने बताया कि संसद भवन 100 पुराना हो चुका है। वर्ष 2026 के बाद लोक सभा की सीटें बढ़ेंगी। इस लिए नया संसद भवन का निर्माण किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक़, नई दिल्ली में सेंट्रल विस्टा का मुख्य एवेन्यू राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक फैला हुआ है। परन्तु, बदलते ज़माने के साथ इसे विश्वस्तरीय किया जाना है, क्योंकि इसमें सार्वजनिक सेवाओं, सुविधाओं और पार्किंग का अभाव है। नए संसद भवन की प्रमुख खासियतों में सदन में बैठने की क्षमता बढ़ाया जाना भी शामिल है-
1- लोक सभा में सीटें- नए संसद भवन की लोक सभा में पहले से कहीं ज़्यादा 888 सांसदों के बैठने की व्यवस्था होगी। वर्तमान की लोक सभा में अधिकतम 552 सांसदों के ही बैठने की व्यवस्था है। इस प्रकार आगामी वर्षों में जब सांसदों की संख्या बढ़ेगी तो दिक्क़त नहीं होगी। नई लोक सभा वर्तमान की तीन गुनी होगी।
2- राज्य सभा में सीटों की संख्या- नए संसद भवन की राज्यसभा का भी आकार पहले से ज़्यादा बड़ा होगा। वर्तमान राज्य सभा की क्षमता कुल 245 सीटों की है। नई राज्य सभा में 384 सीटों की व्यवस्था रहेगी। इस प्रकार भविष्य में राज्य सभा सांसदों की संख्या बढ़ने पर भी सदन में स्थान की कमी नहीं रहेगी।
3- लोक सभा हॉल में 1272 लोग बैठ सकेंगे- नए संसद भवन में सेंट्रल हाल नहीं होगा। अभी पुराने संसद भवन में कुल 436 लोगों की क्षमता वाला सेंट्रल हाल है। लोकसभा और राज्यसभा का संयुक्त सत्र इसी सेंट्रल हॉल में अब तक होता आया है। लेकिन कम क्षमता के कारण सेंट्रल हाल में ज्वाइंट सेशन के दौरान क़रीब 200 कुर्सियां लगानी पड़ती हैं। जिससे सुरक्षा की चुनौती खड़ी होती है। ऐसे में अब नए संसद भवन में यह दिक्क़त दूर होगी। नए संसद भवन में लोक सभा हॉल की डिज़ाइन कुछ ऐसी की जा रही है कि वहाँ पर संयुक्त सत्र आयोजन किया जा सकेगा। लोक सभा हॉल में 1272 लोग बैठ सकेंगे।
4- कमेटी रूम अधिक होंगे- नए संसद भवन में कमेटी रूम की संख्या कहीं ज़्यादा होगी। हर कमेटी रूम में आधुनिकतम ऑडियो-विजुअल सिस्टम उपलब्ध होंगे। जिससे संसदीय समितियों के कामकाज में आसानी होगी।
उपराष्ट्रपति और PM का नया आवास भी होगा तैयार- बता दें, केंद्र सरकार की नई सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत नया संसद भवन बनाया जा रहा है। नए सेंट्रल विस्टा के निर्माण से राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक का नज़ारा बदल जाएगा। दावा किया जा रहा है कि अगले ढाई सौ सालों की जरुरतों के मद्देनजर विश्वस्तरीय सेंट्रल विस्टा बनाने की दिशा में कार्य चल रहा है। शहरी कार्य मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली इस परियोजना को पूरा कराने की जिम्मेदारी सीपीडब्ल्यूडी की है। दिसंबर 2022 तक उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का नया आवास भी क्रमश: नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक के पास बनकर तैयार होगा। इसके अलावा कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट भी बनाने की तैयारी है.