कोरोना महामारी से दुनियाभर में अभी भी जंग जारी है। हाल के दिनों में कोरोना के मामलों में औसत रूप से कमी जरूर देखी गई लेकिन इस बीच एक नए वेरिएंट ने हड़कंप मचा दिया। कोरोना के नए वेरिएंट का नाम XE है। ये नया वेरिएंट कोरोना वायरस के पिछले वेरिएंट के मुकाबले बहुत तेजी से फैलता है। ऐसे में पूरी दुनिया में खतरे की घंटी बज गई है। साल 2020 में चीन के वुहान में पैदा हुआ यह कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहर ढाए हुए हैं। फिलहाल चीन खुद इस कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि कोरोना के नए वेरिएंट का नाम XE है। शुरुआती स्टडी में पता चला है कि XE वेरिएंट के संक्रमण की रफ्तार BA.2 वेरिएंट के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा है। WHO का कहना है कि यह ओमीक्रोन BA.1 और BA.2 वेरिएंट का कॉम्बिनेशन है। WHO ने एक रिपोर्ट में कहा था कि कोरोना के वेरिएंट आपस में जुड़कर कुछ नए वेरिएंट बना रहे हैं। कुछ दिनों पहले ओमीक्रोन और डेल्टा से मिलकर डेल्टाक्रोन कॉम्बिनेशन तैयार हुआ था। अब ओमीक्रोन के दो सबवेरिएंट BA1 और BA2 का रीकॉम्बिनेंट तैयार हुआ है, जिसे XE कहा जा रहा है। ऐसा माना जाता है कि कोई कॉम्बिनेशन तब तैयार होता है, जब कोई व्यक्ति एक से अधिक प्रकार से संक्रमित हो जाता है।
सबसे पहले ब्रिटेन में मिला
अब तक कोविड के तीन हाइब्रिड या रिकॉम्बिनेंट स्ट्रेन का पता चला है, जिसमें से पहला- XD, दूसरा- XF और तीसरा- XE। इनमें से पहले और दूसरे वेरिएंट डेल्टा और ओमीक्रोन के कॉम्बिनेशन से पैदा हुए हैं, जबकि तीसरा ओमीक्रोन सबवेरिएंट का हाइब्रिड स्ट्रेन है। XE वेरिएंट के बारे में 19 जनवरी को सबसे पहले ब्रिटेन में पता चला। इसे ओमिक्रोन सब वेरिएंट का हाइब्रिड स्ट्रेन बताया जा रहा है। इसके अब तक 600 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इसके अलावा अन्य जगहों पर इसके मामले नहीं मिले हैं। XE के लिए शुरुआती विकास दर BA.2 से काफी अलग नहीं थे, जिसे स्टेल्थ ओमीक्रोन भी कहा जाता है। फिलहाल मौजूदा समय में ब्रिटेन में स्टेल्थ ओमीक्रोन के मुकाबले XE वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।