Indian Railways Reservation Chart New Rules : भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने करोड़ों रेल यात्रियों के हित में एक ऐसा फैसला लिया है, जिससे अब उन्हें आखिरी वक्त पर परेशान नहीं होना पड़ेगा। रेलवे ने रिजर्वेशन चार्ट बनने के समय को लेकर बड़ा बदलाव किया है। अब यात्रियों को ट्रेन छूटने से महज 2-3 घंटे पहले नहीं, बल्कि 8 से 10 घंटे पहले ही यह पता चल जाएगा कि उनकी सीट Confirm हुई है या नहीं।
यात्रियों के लिए बड़ी राहत
अक्सर देखा गया है कि यात्री अपना सामान पैक करके तैयार रहते हैं, लेकिन चार्ट बनने का इंतजार करते-करते उनकी धड़कनें बढ़ी रहती हैं। अगर एन वक्त पर पता चले कि टिकट कन्फर्म नहीं हुई, तो पूरी यात्रा की प्लानिंग धरी की धरी रह जाती है।
लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे के नए निर्देश के मुताबिक, अब Reservation Chart पहले से ज्यादा Passenger Friendly होने जा रहा है। इसका सीधा मकसद यह है कि अगर किसी यात्री की टिकट कन्फर्म नहीं होती है, तो उसे दूसरा Option या Transport खोजने के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
अब रात 8 बजे ही बन जाएगा चार्ट
खबर के मुताबिक, रेलवे ने डिपार्चर (Departure) के हिसाब से चार्ट बनाने का समय तय किया है। उदाहरण के लिए, जिन ट्रेनों का Departure सुबह 5:00 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे के बीच है, उनका रिजर्वेशन चार्ट अब पिछली रात 8:00 बजे तक ही तैयार कर लिया जाएगा।
इसका मतलब यह है कि सुबह की ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियों को पूरी रात जागकर चिंता करने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें सोने से पहले ही अपनी टिकट का स्टेटस पता चल जाएगा।
10 घंटे पहले मिलेगी कन्फर्मेशन की खबर
इसके अलावा, दूसरे स्लॉट की बात करें तो जिन ट्रेनों का समय दोपहर 2:00 बजे से लेकर रात 11:50 बजे तक है, या फिर मध्य रात्रि 12:00 बजे से सुबह 5:00 बजे के बीच है, उनके लिए भी नियम बदल दिए गए हैं।
इन ट्रेनों के डिपार्चर को ध्यान में रखते हुए इनका पहला Reservation Chart ट्रेन चलने से करीब 10 घंटे पहले तैयार कर लिया जाएगा। यानी अब आपके पास प्लान बी (Plan B) तैयार करने के लिए पूरा समय होगा।
रेलवे ने क्यों लिया यह फैसला?
रेल मंत्रालय की तरफ से CRIS (Centre for Railway Information Systems) और सभी रेलवे जोन्स (Zones) को यह सर्कुलर जारी कर दिया गया है। इस फैसले के पीछे रेलवे का मकसद साफ है। रेलवे चाहता है कि यात्रियों को जो आखिरी वक्त पर परेशानी होती थी, वह खत्म हो जाए।
अगर टिकट कन्फर्म नहीं होती है, तो यात्री समय रहते बस, फ्लाइट या किसी अन्य साधन से अपनी यात्रा जारी रख सकें। यात्रियों की प्लानिंग में कोई बाधा न आए, इसी उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
जानें पूरा मामला
यह जानकारी एक न्यूज़ रिपोर्ट के आधार पर है जिसमें बताया गया है कि अभी तक चार्ट बनने का समय ट्रेन छूटने से केवल 2 से 3 घंटे पहले का था। इस कम समय में अगर टिकट वेटिंग में रह जाती थी, तो यात्री के पास कोई विकल्प नहीं बचता था। अब रेलवे ने इस सिस्टम को बदलकर 8 से 10 घंटे पहले कर दिया है, जिससे यात्रियों को मानसिक शांति मिलेगी और वे अपनी यात्रा को बेहतर ढंग से प्लान कर पाएंगे।
मुख्य बातें (Key Points)
-
भारतीय रेलवे ने रिजर्वेशन चार्ट बनने का समय 2-3 घंटे से बढ़ाकर 8-10 घंटे पहले कर दिया है।
-
सुबह 5 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलने वाली ट्रेनों का चार्ट अब पिछली रात 8 बजे बन जाएगा।
-
अन्य ट्रेनों के लिए भी चार्ट डिपार्चर से 10 घंटे पहले तैयार होगा।
-
रेल मंत्रालय ने सभी जोन्स और CRIS को इसके लिए सर्कुलर जारी कर दिया है।
-
इस फैसले से वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को विकल्प खोजने का समय मिलेगा।






