Dividend Paying Stock: कंपनियां अक्सर अपने मुनाफे के एक हिस्से को निवेशकों में डिविडेंड (Dividend) या लाभांश के रूप में बांट देती है। निवेशकों के लिए यह कमाई का एक अतिरिक्त जरिया हो जाता है। यानी शेयरों की कीमत बढ़ने से मिलने वाले लाभ के अलावा वे नियमित रूप से मिलने वाले डिविडेंड के जरिए अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं। कई कंपनियां तो ऐसी है, जो अपने निवेशकों को बैंकों के फिक्सड डिपॉजिट (FD) और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) पर मिलने वाले ब्याज से अधिक रिटर्न सिर्फ डिविडेंड के रूप में देती है। शेयर बाजार में सूचीबद्ध ऐसी ही एक कंपनी पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (PFC) है, जिसने वित्त वर्ष 2023 में अपने निवेशकों को प्रति शेयर करीब 10 रुपये का डिविडेंड दिया है।
वित्त वर्ष 2023 की शुरुआत में पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (PFC) के एक शेयर की कीमत करीब 120 रुपये के आसपास थी। इसके बाद से यह अपने निवेशकों को अबतक प्रति शेयर 10 रुपये का डिविडेंड दे चुकी है। यानी इसने हर शेयर पर अपने निवेशकों को करीब 8.3% का रिटर्न सिर्फ डिविडेंड के रूप में दिया है। यह बैंक एफडी और पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज से भी अधिक है।
शेयरों में 30% का आया उछाल
इसके अलावा इस कंपनी के शेयरों की कीमत भी पिछले एक साल में करीब 30% बढ़ी है। जो निवेशकों के लिए दोहरी खुशी की बात है। दोनों रिटर्न को जोड़ दें तो, पिछले एक साल में इसने करीब 38% का रिटर्न दिया है। पीएफसी के शेयर गुरुवार को एनएसई पर 156.55 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुए।
डिविडेंड हिस्ट्री
पिछले एक साल में PFC ने चार मौकों पर डिविडेंट का ऐलान किया। इसने 9 जून 2022 को अपने निवेशकों को 1.25 रुपये प्रति शेयर के पहले अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया था। इसी तरह 1 सितंबर 2022 को इसने 2.25 रुपये के दूसरे अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया था।
PFC ने 24 नवबंर 2022 को 3 रुपये प्रति शेयर के तीसरे अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया था। वहीं 24 फरवरी 2023 को इसने 3.50 प्रति शेयर के चौथे अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया था। PFC, भारत सरकार के स्वामित्व वाली एक कंपनी है।
FD और PPF से तुलना
इसके मुकाबले अगर पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) से तुलना की जाए, तो पीपीएफ की ब्याज दर वित्त वर्ष 2023 के दौरान 7.10 फीसदी रही। इसके अलावा विभिन्न बैंकों के एफडी की ब्याज दर 5.50 से 7 फीसदी के बीच रही।