Mahakumbh Stampede News: प्रयागराज (Prayagraj) के संगम तट (Sangam Ghat) पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। हादसे में अब तक 20 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत होने की खबर है, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, VIP मूवमेंट और अव्यवस्था इस हादसे की बड़ी वजह बनी। प्रशासन ने हादसे के कई घंटे बाद भी मृतकों की आधिकारिक संख्या नहीं जारी की है।
प्रधानमंत्री Narendra Modi ने हादसे पर दुख जताया और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार से घटना की पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने लोगों से अपील की कि श्रद्धालु संगम पर ही स्नान करने की न सोचें, गंगा (Ganga) हर जगह पवित्र है।
क्यों मची भगदड़? दो बड़ी वजहें
Amrit Snan के कारण VIP मूवमेंट और भीड़: अमृत स्नान (Amrit Snan) की वजह से कई पांटून पुल (Pontoon Bridge) बंद थे। संगम तट तक जाने के लिए सिर्फ कुछ ही रास्ते खुले थे, जिससे भीड़ अत्यधिक बढ़ गई। बैरिकेड्स के पास धक्का-मुक्की हुई और कुछ लोग गिर पड़े, जिससे भगदड़ मच गई।
Entry-Exit का अलग प्रबंधन नहीं: संगम नोज (Sangam Nose) पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। लोग जिस रास्ते से अंदर आ रहे थे, उसी से बाहर भी जा रहे थे। जैसे ही भगदड़ मची, श्रद्धालुओं को भागने का मौका नहीं मिला, और वे एक-दूसरे पर गिरते चले गए।
हादसे के बाद क्या हुआ?
70 से ज्यादा एंबुलेंस (Ambulance) मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल ले जाया गया।
NSG कमांडो ने संगम तट पर सुरक्षा संभाली और आम जनता की एंट्री बंद कर दी गई।
प्रयागराज के पास के जिलों में श्रद्धालुओं को रोका गया, ताकि शहर में भीड़ और न बढ़े।
Prayagraj में 9 करोड़ श्रद्धालु, प्रशासन अलर्ट पर
आज Mouni Amavasya स्नान का मुख्य दिन है, और प्रशासन के अनुसार 9 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु प्रयागराज में मौजूद हैं।
अब तक 5.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।
शहर में 60,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
44 से ज्यादा घाटों (Ghats) पर स्नान की व्यवस्था की गई है।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का सरकार पर हमला
कांग्रेस सांसद Rahul Gandhi ने कहा कि “VIP कल्चर और बदइंतजामी के कारण यह हादसा हुआ।” वहीं, समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख Akhilesh Yadav ने महाकुंभ को “सेना के हवाले करने” की मांग कर डाली।
प्रत्यक्षदर्शियों की आपबीती
“बचने का कोई मौका नहीं था”: कर्नाटक (Karnataka) की एक महिला श्रद्धालु ने कहा, “हम धक्का-मुक्की में फंस गए। हर तरफ अफरा-तफरी थी, कोई नहीं जानता था कि क्या हो रहा है।”
“भीड़ मेरे ऊपर से गुजर गई”: सुल्तानपुर (Sultanpur) के श्रद्धालु ने बताया, “मैं गिर पड़ा और उठने की कोशिश की, लेकिन भीड़ मुझ पर चढ़ गई।”
“आखिरी बार पत्नी को नदी में जाते देखा था”: झारखंड (Jharkhand) के किशोर कुमार साहू ने कहा कि “भीड़ इतनी ज्यादा थी कि मेरी पत्नी मुझसे बिछड़ गई।”
CM Yogi Adityanath की अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “श्रद्धालु संगम जाने की जगह प्रयागराज में बने अन्य स्नान घाटों का उपयोग करें।” उन्होंने अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
प्रशासन का बयान: भगदड़ नहीं, सिर्फ भीड़भाड़
Prayagraj Kumbh Mela के SSP राजेश द्विवेदी ने कहा कि यह भगदड़ नहीं थी, बल्कि सिर्फ अत्यधिक भीड़भाड़ थी। DIG वैभव कृष्ण ने कहा, “स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है, अमृत स्नान सुचारू रूप से जारी है।”
महाकुंभ (Mahakumbh) का यह हादसा प्रशासनिक तैयारियों पर सवाल खड़े करता है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।