नई दिल्ली, 23 जून, (The News Air)
पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में बढ़ते ही जा रहे अंदरूनी क्लेश को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को एक बार फिर तीन सदस्यता खड़गे पैनल के समक्ष पेश होना पड़ा। तीन घंटे चली इस बैठक में कैप्टन ने पंजाब कांग्रेस में चल रहे विवाद के लिए पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की बयानबाज़ी को ज़िम्मेदार ठहराया है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कैप्टन ने कहा कि सिद्धू सभी फ़साद की जड़ है। कैप्टन ने कहा कि उन्होंने सिद्धू के साथ मतभेद सुलझाने के लिए कई बार कोशिश की परन्तु वह ख़ुद ही सभी दरवाज़े बंद करने के इरादे रखता है।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि कैप्टन ने यह भी कहा था कि इन हालत में सिद्धू को कोई पद नहीं दिया जा सकता। दूसरी ओर पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज हरीश रावत ने कहा है कि सिद्धू अपने अंदाज़ में बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, उन्होंने पार्टी के ख़िलाफ़ कुछ नहीं किया। रावत ने पंजाब कांग्रेस में बड़े फेरबदल का संकेत भी दिया है।
राहुल गांधी ने पंजाब के नेताओं को दी सलाह- पार्टी सूत्रों के अनुसार तीन सदस्यता समिति ने सरकार और पार्टी के बारे में दिए गए बयान का सख़्त नोटिस लिया है। कैप्टन ने कहा कि सिद्धू के बयानों से आने वाले चुनाव में नुक्सान होने की संभावना है। उन्होंने सीनियर कांग्रेसी नेता अम्बिका सोनी के साथ भी मुलाक़ात की। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी सिद्धू की बयानबाज़ी से ख़ासे नाराज़ हैं।
उन्होंने पार्टी नेताओं को हिदायत की है कि ऐसी बयानबाज़ी न की जाए जिससे पार्टी को नुक्सान पहुंचे। उन्होंने कहा कि अगर किसी को नाराज़गी है तो वह अपना पक्ष पंजाब इंचार्ज या कांग्रेस हाई कमांड के समक्ष रख सकते हैं।
उधर पंजाब कांग्रेस में जारी कलह के बीच आज प्रभारी हरीश रावत ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि विधायक नवजोत सिंह सिद्धू को दिल्ली बुलाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कैप्टन को वायदे पूरे करने के लिए हाईकमान ने डेडलाइन भी दे दी है। इसी बीच पंजाब कांग्रेस के कलह को ख़त्म करने के लिए बैठकों का दौर जारी है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ और पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाक़ात की।
सुनील जाखड़ ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राहुल गांधी सभी मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। पार्टी को मज़बूत करने के लिए जो कुछ भी ज़रूरी है, वह किया जाएगा। जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस एकजुट होकर चुनाव लड़े ताकि फिर से जीत हासिल की जा सके।
पंजाब कांग्रेस में लंबे समय से छिड़े विवाद सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के पक्ष में जाती दिख रही है। बीते दिनों नवजोत सिद्धू की ओर से उन पर खुले तौर पर हमला बोलने के मुद्दे को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाईकमान के सामने उठाया है। सूत्रों के मुताबिक़ हाईकमान ने भी स्वीकार किया है कि नवजोत सिद्धू को किसी भी तरह के मतभेद की बात पार्टी फोरम में ही रखनी चाहिए थी।
यही नहीं सूत्रों का तो यह भी कहना है कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के पैनल ने अमरिंदर सिंह को ही 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए कैप्टन बनाए रखने पर सहमति जताई है और उन्हें टीम चुनने के लिए फ्री हैंड दिया है।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस तरह खुले तौर पर बयानबाज़ी करके सिद्धू ने हिट विकेट होने वाला काम किया है और अब उन्हें डिप्टी सीएम या फिर प्रदेश अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी मिलना मुश्किल है। इधर नवजोत सिद्धू ने पटियाला में डेरा लगाए रखा और सूत्रों की मानें तो वह भी हाईकमान से सीधी ज़ंग की तैयारी में हैं।
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