नई दिल्ली ,18 अगस्त (The News Air) दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान शुक्रवार को सदन में दिल्ली के लोगों पर थोपे गए जीएनसीटीडी बिल को लेकर चर्चा हुई। इस विषय में साझा करते हुए दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि, जिस भाजपा के लोग और उनके बड़े-बड़े नेताओं ने इस सदन की शक्ति को बढ़ाने की बात की, जो भाजपा साल दर साल ये संघर्ष करती रही की दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले| जो हर लोकसभा चुनाव में वादा करती थी कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाएंगे| भाजपा के बड़े-बड़े दिग्गज नेता अटल विहारी बाजपेयी जी, लालकृष्ण आडवाणी जी, सुषमा स्वराज जी, मदन लाल खुराना जी सभी ने बार-बार हर मंच पर यही बात दोहराई की हम दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाएंगे|
2013 में जब दिल्ली में विधानसभा चुनाव थे जहाँ भाजपा के ट्विटर हैंडल पर बार-बार यही कहा गया कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना चाहिए, दिल्ली के लोगों को उनका अधिकार मिलना चाहिए| यहाँ तक की 2013 का भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया गया था कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाएंगे| 2014 में भी जब भाजपा केंद्र का चुनाव जीत कर आई तो उनके नेता हर्षवर्धन जी ने कहा कि मोदी जी अपना सबसे पहला वादा दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने का पूरा करेंगे| बेहद आश्चर्यजनक बात है कि ऐसा क्या हुआ कि भाजपा दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की जो लड़ाई 2014 तक लड़ती आई, 2014 के बाद ऐसा क्या हो गया कि वो अपना वादा भूल गई?
मंत्री आतिशी ने कहा कि, 2015 में दिल्ली में कुछ ऐसा अद्भुत हुआ कि भाजपा दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने का अपना वादा भूल गई| उन्होंने कहा कि 2015 से पहले दिल्ली के लोग देश के बाकी लोगों की तरह परेशान, हताश और निराश रहते थे| लोगों मानते थे कि सरकारें आती है-सरकारें जाती है, पार्टियाँ आती है-पार्टिया जाती है लेकिन आम आदमी की जिन्दगी में कोई बदलाव नहीं आ रहा, उसे महीने की पहली तारीख को ही सोचना पड़ता है कि इस महीने मेरा घर कैसे चलेगा, उसे सोचना पड़ता है कि कोई बीमार हो गया तो घर गिरवी रखना पड़ेगा, बच्चे को अच्छी शिक्षा देनी है तो पेट काटकर प्राइवेट स्कूल में भेजना पड़ेगा| लेकिन अरविन्द केजरीवाल जी ने दिल्ली के लोगों की इस सोच को बदलने का काम किया| 2015 में दिल्ली के लोगों ने देखा कि दिल्ली की राजनीति में एक ऐसा आदमी आया जो नेता नहीं बल्कि उनका बेटा, उनका भाई बनकर आया और वादा किया कि है कि उनकी जिन्दगी को बेहतर बनाएगा|
उन्होंने कहा कि, 2015 में दिल्ली के लोगों ने अरविन्द केजरीवाल जी को अपना प्यार दिया,आशीर्वाद दिया, अपना वोट दिया और इस सदन में आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें जीताकर भेजा| यहीं से भाजपा की कहानी पलट गई और उन्हें समझ आ गया कि यदि अरविन्द केजरीवाल जी की भ्रष्टाचार ख़त्म करने की राजनीति, फ्री बिजली देने की राजनीति, घर-घर पानी पहुंचाने की राजनीति, बच्चों को अच्छी शिक्षा देने की राजनीति, लोगों को अच्छा इलाज देने की राजनीति चल गई तो भाजपा की दूकान बंद हो जाएगी|
*8 साल तक अपनी ताकत कम होने के बावजूद केजरीवाल जी ने दिल्ली के लोगों के लिए सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक संघर्ष किया और इन संघर्षों के बावजूद उन्होंने वो कर दिखाया जो आजादी के 75 सालों के इतिहास में देश में कही नहीं हुआ|
मंत्री आतिशी ने कहा कि, भाजपा के इस डर की वजह से मई 2015 में गृह मंत्रालय द्वारा एक गैर कानूनी और गैर संवैधानिक नोटिफिकेशन जारी किया गया| जिसमें कहा गया कि दिल्ली में अफसरों की ट्रान्सफर-पोस्टिंग और उन्हें निर्देश देने का अधिकार दिल्ली की चुनी हुई सरकार के पास नहीं होगा| उन्होंने कहा कि, 8 साल तक मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी ने संघर्ष किया| इस नोटिफिकेशन के बावजूद उन्होंने दिल्ली के लोगों के काम रुकने नहीं दिए| सड़क पर संघर्ष किया, एलजी ऑफिस में जाकर संघर्ष किया, सुप्रीम कोर्ट में जाकर संघर्ष किया| और इन संघर्षों के बावजूद उन्होंने वो कर दिखाया जो आजादी के 75 सालों के इतिहास में देश में कही नहीं हुआ| आज दिल्ली वालों लो 24 घंटे बिजली मिलती है, फ्री बिजली मिलती है| हजारों ऐसी कॉलोनियां है जिसमें पहली बार पानी-सीवर की लाइन पड़ी है| देश के इतिहास में पहली बार सरकार स्कूल के हजारों बच्चे जो गरीब परिवारों से आते है जेईई-नीट की परीक्षा पास कर देश के नामी मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला ले रहे है|
भाजपा को डर था कि अरविन्द केजरीवाल जी की सरकार को ताकत मिल गई तो देश देखेगा कि जनता के काम किस तरह और किस तेजी के साथ होते है, इसलिए पहले अध्यादेश और फिर बिल लाकर पल्टा कोर्ट का फैसला
उन्होंने कहा कि 8 साल तक अपनी ताकत कम होने के बावजूद केजरीवाल जी ने दिल्ली के लोगों के लिए अपनी लड़ाई लड़ी| दूसरी तरफ उन्होंने कोर्ट में लड़ाई लड़ी| हाई कोर्ट,सुप्रीम कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट की डिविजन बेंच, संवैधानिक पीठ 2-2 बार बैठी लेकिन दिल्ली के हक़ की लड़ाई केजरीवाल जी लड़ते रहे और आखिर में भारत की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने 11 मई को एक फैसला दिया और कहा कि लैंड, लॉ एंड आर्डर और पुलिस के अलावा सारी ताकत चुनी हुई सरकार के पास है| लेकिन भाजपा न लोकतंत्र और संविधान का सम्मान करते है बल्कि तो अब सुप्रीम कोर्ट का भी सम्मान नहीं करते क्योंकि इस सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भाजपा की केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को 8 दिन में पलट दिया| क्योंकि उन्हें डर था कि अरविन्द केजरीवाल जी की सरकार को ताकत मिल गई तो देश देखेगा कि जनता के काम किस तरह और किस तेजी के साथ होते है| पहले अध्यादेश लेकर आए, फिर बिल लेकर आये|
इस बिल में दिल्ली के लोगों और दिल्ली की चुनी हुई सरकार के उपर एक एलजी को थोपा गया है| ठीक अंग्रेजों की तरह की भारत के लोग चाहे या न चाहे वायसराय उनपर शासन करता था ठीक उसी तरह केंद्र सरकार ने वही किया कि दिल्ली के लोग चाहे या न चाहे एलजी साहब उनपर शासन करेंगे|
भाजपा ने बिल से अरविन्द केजरीवाल जी या दिल्ली की चुनी हुई सरकार की ताकत कम नहीं की बाकि दिल्ली की जनता के वोट के अधिकार को छीना, उस अधिकार को छीना जो लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी के बाद मिला
मंत्री आतिशी ने कहा कि, मैं भाजपा को कहना चाहूंगी कि अरविन्द केजरीवाल जी या दिल्ली की चुनी हुई सरकार की ताकत कम नहीं की है उन्होंने दिल्ली की जनता के वोट के अधिकार को छीना है| वो अधिकार छीना है जो दिल्ली और देश के लोगों को सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद मिला था| ये अधिकार लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी के बाद मिला है| भाजपा को ये याद रखना होगा कि लोकतंत्र जनता का शासन होता है, अगर आप जनता के शासन को छिनोगे तो जनता मुहतोड़ जबाव देगी|
उन्होंने कहा कि, कुछ ही महीनों बाद लोकसभा का चुनाव आ रहा है मुझे पूरे भरोसा है कि भाजपा ने दिल्ली के लोगो के साथ जो अत्याचार किया है,उनकी ताकत छिनी है यही दिल्ली की जनता भाजपा को मुहतोड़ जबाव देगी न सिर्फ लोकसभा में सातों सीट पर भाजपा हारेगी साथ ही जो 8 सीटें इन्हें दिल्ली विधानसभा में मिली है 2025 के चुनाव में ये भी चली जाएगी| और 70 में से 70 सीटें अरविन्द केजरीवाल जी को मिलेगी|
भाजपा लोगों पर अत्याचार कर सकती है, उनकी ताकत छीन सकती है लेकिन दिल्ली की जनता का दिल नहीं जीत सकती, दिल्ली की जनता का प्यार हमेशा अरविन्द केजरीवाल जी के साथ था, है और रहेगा
मंत्री आतिशी ने कहा कि, भाजपा वाले याद रखें- आप लोगों पर अत्याचार कर सकते हो, उनकी ताकत छीन सकते हो, वोट की शक्ति पर वार कर सकते हो लेकिन इन सब से दिल्ली की जनता का दिल नहीं जीत सकते-उनका प्यार नहीं जीत सकते| दिल्ली की जनता का प्यार हमेशा अरविन्द केजरीवाल जी के साथ था, है और रहेगा|






