इंफाल: मणिपुर में शनिवार को सेना के क़ाफिले को उग्रवादियों ने निशाना बनाया। घात लगाकर किए गए हमले में भारतीय सेना के एक कर्नल, उनकी पत्नी, बेटे और 5 अन्य जवान शहीद हो गए। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक़ यह घात लगाकर किया गया सुनियोजित और इस साल का सबसे घातक हमला था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने असम राइफल्स के सीओ, उनके परिवार के दो सदस्यों समेत 5 सैनिकों के शहीद होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि असम राइफल्स के क़ाफिले पर कायराना हमला बेहद दुखद और निंदनीय है।
सुबह 10 बजे की घटना
सेना पर हमले की यह घटना शनिवार सुबह तक़रीबन 10 बजे मणिपुर के चुराचांदपुर ज़िले में हुई। यह ज़िला म्यांमार सीमा के पास है। सूत्रों के मुताबिक़ शनिवार सुबह 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफीसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी एक फॉरवर्ड कैंप गए थे। वे वहाँ से वापस लौट रहे थे उसी वक़्त उन पर हमला किया गया। उनके साथ उनकी पत्नी, बेटा और अन्य जवान भी थे। प्रारंभिक तौर पर हमले के पीछे मणिपुर के आतंकी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी या PLA का हाथ बताया जा रहा है। हालांकि, अभी तक किसी भी समूह ने हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने कर्नल त्रिपाठी और उनके परिवार की इस हमले में मौत होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि उग्रवादियों को पकड़ने के लिए काउंटर ऑपरेशन शुरू किया गया है। घटना के बाद से फायरिंग जारी है।
दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा करेंगे
मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह ने ट्वीट किया- 46 असम राइफल्स के क़ाफिले पर कायरतापूर्ण हमले की निंदा करता हूं, जिसमें कमांडिंग ऑफीसर और उनके परिवार के समेत कुछ जवानों की आज मौत हो गई है। राज्य पुलिस और पैरा मिलेट्री आतंकियों को पकड़ने के काम में लगी हुई है। दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाएगा।