TBO Tek Shares: ऑनलाइन बी2बी ट्रैवल डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म टीबीओ टेक (TBO Tek) के शेयर डेढ़ महीने से भी कम समय में करीब 92 फीसदी उछल गए। पिछले महीने ही 15 मई को इसके शेयर घरेलू मार्केट में लिस्ट हुए थे। IPO निवेशकों को इसके शेयर 920 रुपये के भाव पर जारी हुए थे और आज इंट्रा-डे में यह 11 फीसदी उछलकर 1763.75 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। आज इसके शेयरों में तेजी का यह रुझान विदेशी ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स के कवरेज शुरू करने के चलते आया। मुनाफावसूली के चलते भाव में नरमी आई लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। फिलहाल BSE पर यह 7.63 फीसदी की बढ़त के साथ 1710.00 रुपये पर है।
गोल्डमैन ने क्यों शुरू की TBO Tek की कवरेज
टीबीओ टेक लगातार मुनाफा बना रही है और गोल्डमैन का अनुमान है कि इसके फ्री कैश फ्लो और नेट प्रॉफिट का रेश्यो आने वाले समय में 100 फीसदी के ऊपर बना रहने वाला है। वित्त वर्ष 2019 से वित्त वर्ष 2024 के बीच इसका रेवेन्यू सालाना 26 फीसदी क चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़ा और अब गोल्डमैन का मानना है कि वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2027 तक यह 22 फीसदी के सीएजीआर से बढ़ सकता है। ब्रोकरेज को इसके बिजनेस मॉडल में कई खूबियां दिख रही हैं जैसे कि इसका काम पूरा करने का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार है, इसका कारोबारी मॉडल एसेट लाइट बैलेंस शीट वाला है, वर्किंग कैपिटल निगेटिव है, मजबूत फ्री कैश फ्लो जेनेरेट होता है और कॉम्पटीशन कम होने के साथ-साथ नियामकीय खतरें भी कम हैं।
ब्रोकरेज के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 से 2030 के बीच इसका रेवेन्यू 21 फीसदी के सीएजीआर से बढ़ सकता है और इसके हिसाब से इसका EBITDA इस दौरान 30 फीसदी और नेट इनकम 33 फीसदी की सीएजीआर से बढ़ सकता है। इन सब बातों को देखते हुए ब्रोकरेज ने इसे 1970 रुपये के टारगेट प्राइस पर खरीदारी की रेटिंग दी है। इसमें निवेश पर रिस्क की बात करें तो वैश्विक कॉम्पटीटर्स से इसका कारोबार प्रभावित हो सकता है और विदेशों में इसके विस्तार को लेकर भी अभी कुछ कह नहीं सकते हैं कि कैसा रिस्पांस मिलेगा। इसके अलावा सप्लायर से जुड़ी शर्तों में बदलाव और वैश्विक पर्यटन में सुस्ती का भी रिस्क है।
TBO Tek IPO को कैसा मिला था रिस्पांस?
टीबीओ टेक के आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था। टीबीओ टेक का ₹1,550.81 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 8-10 मई तक खुला था और ओवरऑल यह 86.69 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 400 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए थे और ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत भी शेयरों की बिक्री हुई थी। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी अपने सेलर्स और बायर्स के बेस को बढ़ाने, नई बिजनेस लाइन शुरू करने, अधिग्रहण और डेटा के इस्तेमाल में कर रही है।