Tarn Taran Bypoll Counting : पंजाब के तरनतारन विधानसभा उपचुनाव की जंग का फैसला कल (14 नवंबर) होना है, जिसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस ने कमर कस ली है। मतगणना को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष (Free and Fair) संपन्न कराने के लिए माई भागो कॉलेज ऑफ नर्सिंग में बनाए गए काउंटिंग सेंटर पर 3-स्तरीय (3-Layer) सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
कई दिनों के सियासी घमासान के बाद सभी उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद हो चुकी है। अब सबकी निगाहें कल सुबह शुरू होने वाली मतगणना पर टिकी हैं। इसे लेकर तरनतारन के एसएसपी (SSP) ने सुरक्षा व्यवस्था की पूरी जानकारी दी है।
‘3-स्तरीय सुरक्षा घेरे में काउंटिंग सेंटर’
जिला पुलिस ने चुनाव आयोग (ECI) के दिशा-निर्देशों के अनुसार, काउंटिंग सेंटर पर एक अभेद्य 3-टियर (3-स्तरीय) सुरक्षा प्रणाली लागू की है।
इस सुरक्षा घेरे के हर स्तर पर अलग-अलग बलों की तैनाती की गई है, ताकि परिंदा भी पर न मार सके।
‘सबसे बाहर जिला पुलिस, बीच में PAP’
सुरक्षा के पहले यानी सबसे बाहरी घेरे की जिम्मेदारी जिला पुलिस (District Police) को सौंपी गई है। जिला पुलिस के जवान काउंटिंग सेंटर के बाहर के पूरे इलाके, ट्रैफिक व्यवस्था और कानून-व्यवस्था को संभालेंगे।
इसके बाद, दूसरे यानी मिडिल घेरे में पंजाब आर्म्ड पुलिस (PAP) के जवानों को तैनात किया गया है, जो सेंटर की बिल्डिंग के आसपास की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
‘सबसे अंदर CAPF, स्ट्रांग रूम की किलेबंदी’
सुरक्षा का सबसे महत्वपूर्ण और आंतरिक घेरा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) यानी पैरामिलिट्री फोर्स के हवाले किया गया है।
CAPF के जवान काउंटिंग हॉल और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा कर रहे हैं, जहां वोटिंग मशीनें (EVM) रखी गई हैं।
यह ECI की सख्त गाइडलाइन है कि स्ट्रांग रूम की सुरक्षा पूरी तरह से केंद्रीय बलों के हाथ में ही होगी।
‘बिना पास के एंट्री नामुमकिन’
सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी है कि काउंटिंग हॉल के पास बिना वैध पास के किसी को भी जाने की इजाजत नहीं होगी।
यह नियम इतना सख्त है कि पास के बिना पुलिस अधिकारियों की भी एंट्री आंतरिक घेरे में प्रतिबंधित रहेगी।
सुरक्षा में तैनात सभी गजेटेड अधिकारियों और पुलिस बलों को उनकी ड्यूटी के बारे में पूरी तरह से ब्रीफ कर दिया गया है और इसके लिए बाकायदा रिहर्सल भी की गई है।
‘मीडिया सेंटर और ट्रैफिक डायवर्जन’
प्रशासन ने मतगणना की कवरेज के लिए मीडिया सेंटर की भी स्थापना की है।
इसके साथ ही, आम जनता को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए ट्रैफिक डायवर्जन का प्लान भी तैयार किया गया है।
पुलिस का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि मतगणना की प्रक्रिया “शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और स्वतंत्र” तरीके से संपन्न हो और आम लोगों का जीवन भी प्रभावित न हो।
‘जानें पूरा मामला’
तरनतारन विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती 14 नवंबर को होनी है। चुनाव आयोग के कड़े दिशा-निर्देशों के तहत, जिला प्रशासन की यह जिम्मेदारी है कि वह पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराए, जिसके लिए यह त्रि-स्तरीय सुरक्षा योजना तैयार की गई है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
- तरनतारन उपचुनाव की मतगणना 14 नवंबर को माई भागो कॉलेज ऑफ नर्सिंग में होगी।
- ECI के निर्देशों पर 3-स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है; सबसे अंदर CAPF, बीच में PAP और बाहर जिला पुलिस तैनात रहेगी।
- काउंटिंग हॉल (स्ट्रांग रूम) की सुरक्षा पूरी तरह से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) के हवाले है।
- बिना वैध पास के किसी को भी काउंटिंग सेंटर के आंतरिक घेरे में जाने की इजाजत नहीं होगी।






