BJP AIADMK Alliance Tamil Nadu Assembly Election 2026 को लेकर आज एक बड़ा राजनीतिक ऐलान किया गया। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) ने 2026 में तमिलनाडु (Tamil Nadu) विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ने का फैसला लिया है। यह घोषणा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने चेन्नई (Chennai) में की, जहां उन्होंने AIADMK नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी (Edappadi K. Palaniswami – EPS) को गठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी घोषित किया।
गठबंधन की वापसी और EPS को मिला नेतृत्व
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित शाह (Amit Shah) ने साफ कहा कि आने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भाजपा और एआईएडीएमके (AIADMK) साथ मिलकर लड़ेंगी। EPS के नेतृत्व में दोनों पार्टियां चुनावी मैदान में उतरेंगी। हालांकि, सीटों के बंटवारे और सरकार बनने पर मंत्रालयों के बंटवारे जैसे विषयों पर बाद में निर्णय लिया जाएगा। शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि EPS गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।
पुराने गठबंधन की याद, जयललिता (Jayalalithaa) को श्रद्धांजलि
अमित शाह के साथ प्रेस वार्ता में AIADMK प्रमुख पलानीस्वामी और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई (K. Annamalai) भी मौजूद थे। इस दौरान शाह ने 1998 के लोकसभा चुनावों की याद दिलाई जब AIADMK और बीजेपी के गठबंधन ने दिवंगत नेता जयललिता (Jayalalithaa) के नेतृत्व में तमिलनाडु की 39 में से 30 सीटें जीती थीं। शाह ने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो गठबंधन एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम भी तैयार करेगा।
NDA को तमिलनाडु में जीत की उम्मीद
अमित शाह ने भरोसा जताया कि 2026 के विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को तमिलनाडु में बड़ी जीत मिलेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा, एआईएडीएमके के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगी। साथ ही, शाह ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी DMK पर हमला बोलते हुए कहा कि वे सनातन धर्म और तीन भाषा नीति जैसे मुद्दों के माध्यम से असली समस्याओं से जनता का ध्यान भटका रही है।
राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव
यह गठबंधन तमिलनाडु की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव ला सकता है। EPS का चेहरा और पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व वाली भाजपा का साथ, इस गठबंधन को मजबूत बना सकता है। आगामी चुनावों में इसका प्रभाव राज्य के राजनीतिक समीकरणों पर गहरा असर डाल सकता है।