नई दिल्ली, 29 जुलाई (The News Air) : फिनटेक कंपनी आरएनएफआई सर्विसेज (RNFI Services) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 221 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 105 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 199.50 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन (RNFI Services Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब मुनाफावसूली के चलते शेयर टूट गए। टूटकर यह 190.25 रुपये (RNFI Services Share Price) पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 81.19% मुनाफे में हैं।
RNFI Services IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
आरएनएफआई सर्विसेज का ₹70.81 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 22-24 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 221.49 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 140.66 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 513.31 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 142.62 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 67.44 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, माइक्रो एटीएम/लैपटॉप/सर्वर की खरीदारी, टेक इंफ्रा को मजबूत करने, इनऑर्गेनिक ग्रोथ और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
RNFI Services के बारे में
वर्ष 2015 में बनी आरएनएफआई सर्विसेज एक फिनटेक फर्म है जो ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप के जरिए बी2बी और बी2बी2सी सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। इसका फोकस देश भर में बैंकिंग, डिजिटल और गवर्नमेंट-टू-सिटीजन सर्विसेज मुहैया कराने पर है। जुलाई 2024 के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी ने 11 सरकारी और निजी सेक्टर के नेशनल बैंकों और पेमेंट बैंकों के साथ साझेदारी की है। मार्च 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसने 1.15 करोड़ से अधिक मासिक ट्रांजैक्शंस प्रोसेस किए हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 5.56 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में घटकर 4.88 करोड़ रुपये पर आ गया। अगले वित्त वर्ष 2024 में स्थिति तेजी से सुधरी और यह 9.96 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 122 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 943.05 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।