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  • टेस्ला के मालिक एलन मस्क अचानक पहुंचे चीन, प्रधानमंत्री ली कियांग से की मुलाकात

    टेस्ला के मालिक एलन मस्क अचानक पहुंचे चीन, प्रधानमंत्री ली कियांग से की मुलाकात

    नई दिल्ली 29 अप्रैल (The News Air) अरबपति कारोबारी एलन मस्क रविवार को अचानक बीजिंग पहुंच गए। इस बीच चीन के बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन (EV) मार्केट में उनके द्वारा टेस्ला की ऑटोमैटिक ड्राइविंग तकनीक का अनावरण करने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं।

    मस्क ने रविवार को चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग से मुलाकात की और अपनी वाहन कंपनी टेस्ला के लिए भविष्य की विस्तार योजनाओं पर चर्चा की। ली ने मस्क से कहा कि चीन का विशाल बाजार विदेशी वित्तपोषित उद्यमों के लिए हमेशा खुला रहेगा।

    उन्होंने कहा कि चीन विदेशी वित्तपोषित उद्यमों को बेहतर कारोबारी माहौल और मजबूत समर्थन प्रदान करने के लिए बाजार पहुंच का विस्तार करने और सेवाओं में सुधार करने पर कड़ी मेहनत करेगा ताकि सभी देशों की कंपनियां शांत मन से चीन में निवेश कर सकें।

    सहयोग और पारस्परिक लाभ दोनों देशों के हित में

    ली ने कहा कि चीन में टेस्ला के विकास को चीन-अमेरिका आर्थिक सहयोग का एक सफल उदाहरण कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि तथ्यों ने साबित कर दिया है कि समान सहयोग और पारस्परिक लाभ दोनों देशों के सर्वोत्तम हित में हैं।

    चीन के प्रधानमंत्री ने कहा कि उम्मीद है कि अमेरिका और चीन बीच में मिलेंगे और दोनों राष्ट्राध्यक्षों के रणनीतिक मार्गदर्शन में द्विपक्षीय संबंधों के स्थिर विकास को बढ़ावा देंगे।

    आधिकारिक मीडिया के अनुसार, मस्क ने कहा कि टेस्ला की शंघाई गीगाफैक्ट्री कंपनी की सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला कारखाना है। उन्होंने हर हालत में और ज्यादा मुनाफा प्राप्त करने के लिए चीन के साथ सहयोग को गहरा करने की इच्छा जताई।

    सीसीपीआईटी अध्यक्ष रेन होंगबिन से मुलाकात

    चीन के सरकारी प्रसारक सीटीजीएन के अनुसार, स्पेसएक्स और टेस्ला के प्रमुख ने ‘अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए चीन परिषद’ (सीसीपीआईटी) के निमंत्रण पर चीन की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने चीन के साथ आगे के सहयोग पर चर्चा करने के लिए सीसीपीआईटी अध्यक्ष रेन होंगबिन से मुलाकात की।

    हांगकांग के समाचार पत्र साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने लिखा कि मस्क के ‘स्टेट काउंसिल’ में वरिष्ठ चीनी अधिकारियों और बीजिंग में ‘पुराने दोस्तों’ से मिलने की संभावना है।

    मस्क ने शंघाई में सात अरब डॉलर के निवेश से एक ईवी संयंत्र स्थापित किया था, जिसके बाद से उनकी टेस्ला ईवी चीन में लोकप्रिय हो गई है। इस संयंत्र में उत्पादन 2020 में शुरू हो गया था।

    हाल ही में भारत की प्रस्तावित यात्रा टाल दी थी

    मस्क ने हाल ही में भारत की प्रस्तावित यात्रा टाल दी थी। भारत में वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर देश में टेस्ला का कारखाना शुरू करने की योजनाओं पर बात करने वाले थे। मस्क बीजिंग का दौरा तब कर रहे हैं जब चीन में उनके टेस्ला बाजार को स्थानीय ईवी वाहनों की बढ़ती बिक्री से खतरा है।

    वाहनों की कीमतों में छह प्रतिशत तक की कटौती

    ऑस्टिन (टेक्सास) की कंपनी टेस्ला को पिछले कुछ वर्षों में चीनी ईवी निर्माताओं से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा है। कंपनी ने चीन के प्रीमियम ईवी खंड में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखने के लिए अपने शंघाई में बने वाहनों की कीमतों में छह प्रतिशत तक की कटौती की है।

    मस्क की हालिया चीन यात्रा बीजिंग वाहन प्रदर्शनी – 2024 के आसपास ही हो रही है। यह प्रदर्शनी बृहस्पतिवार को शुरू हुई थी।

  • मस्क की एप्लीकेशन पर कहां तक हुआ काम, दौरे से पहले आया बड़ा अपडेट

    मस्क की एप्लीकेशन पर कहां तक हुआ काम, दौरे से पहले आया बड़ा अपडेट

    टेस्ला और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के भी मालिक एएलन मस्क अगले हफ्ते भारत के दौरे पर आने वाले हैं. उनकी 21-22 अप्रैल की भारत यात्रा के दौरान कई बड़ी निवेश योजनाओं की घोषणा होने की उम्मीद है. जिसमें टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी शामिल है. जिसके लिए भारत ने अपनी ईवी पॉलिसी में बदलाव किया है.

    दुनिया के तीसरे सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क के सैटेलाइट वेंचर स्टारलिंक की सैटकॉम एप्लीकेशन को लेकर बड़ा अपडेट सामने आ गया है. जानकारी के अनुसार स्टारलिंक के लाइसेंस आवेदन पर प्रक्रियागत कार्रवाई जारी है और सरकार इससे संबंधित सुरक्षा पहलुओं की पड़ताल कर रही है. सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और वित्तीय पहलू निर्धारित शर्तों एवं प्रावधानों के अनुरूप पाए गए हैं. इसके अलावा स्टारलिंक से स्वामित्व उद्घोषणा भी मिल गई है. घटनाक्रम से परिचित दो लोगों ने कहा कि फिलहाल लाइसेंस से संबंधित जांच-पड़ताल का काम जारी है और सुरक्षा पहलुओं पर गौर किया जा रहा है.

    सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट

    मस्क के स्वामित्व वाले वेंचर स्टारलिंक ने भारत में सैटेलाइट कंयूनिकेशन (सैटकॉम) सर्विस शुरू करने के लिए भी आवेदन किया हुआ है. स्टारलिंक के पास धरती की निचली कक्षा में स्थापित 4,000 उपग्रहों का समूह है जिससे वह सैटेलाइट के जरिये इंटरनेट सेवाएं मुहैया करा सकती है. टेस्ला और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के भी मालिक मस्क अगले हफ्ते भारत के दौरे पर आने वाले हैं. उनकी 21-22 अप्रैल की भारत यात्रा के दौरान कई बड़ी निवेश योजनाओं की घोषणा होने की उम्मीद है.

    ईवी यूनिट भी लगाएंगे मस्क

    मस्क की यह यात्रा देश में नई इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) पॉलिसी की घोषणा होने के कुछ ही सप्ताह बाद हो रही है. इस नीति में न्यूनतम 50 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ देश में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित करने वाली ईवी कंपनियों को इंपोर्ट ड्यूटी में रियायतें दी जाएंगी. इस कदम का उद्देश्य टेस्ला जैसी प्रमुख वैश्विक कंपनियों को आकर्षित करना है.

    पिछले सप्ताह मस्क ने अपनी भारत यात्रा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी निर्धारित मुलाकात की पुष्टि की थी. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट लिखकर कहा था कि, भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के लिए उत्सुक हूं. इस यात्रा के दौरान सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस के लिए व्यावसायिक योजनाओं और अनुमोदन प्रक्रिया की प्रगति पर भी उत्सुकता से नजर रहेगी.

  • मस्क की स्पेसएक्स ने अमेरिकी लेबर एजेंसी के खिलाफ किया मुकदमा

    मस्क की स्पेसएक्स ने अमेरिकी लेबर एजेंसी के खिलाफ किया मुकदमा

    सैन फ्रांसिस्को, 5 जनवरी (The News Air) एलन मस्क द्वारा संचालित स्पेसएक्स ने यूएस नेशनल लेबर रिलेशंस बोर्ड (एनएलआरबी) पर मुकदमा दायर किया है। एजेंसी ने स्पेसएक्स के खिलाफ सीईओ की आलोचना करने के चलते आठ कर्मचारियों को अवैध रूप से निकालने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज की थी।

    गुरुवार को संघीय अदालत में दायर मुकदमे में स्पेसएक्स ने दावा किया कि एनएलआरबी की कार्रवाई असंवैधानिक है।

    अमेरिकी राज्य टेक्सस में दायर मुकदमे में कहा गया है, “यह कार्रवाई एनएलआरबी द्वारा स्पेसएक्स को एक प्रशासनिक कार्यवाही के अधीन करने का गैरकानूनी प्रयास है, जो अमेरिकी संविधान के अनुच्छेद 2, पांचवें संशोधन और सातवें संशोधन का उल्लंघन है।”

    इसमें दावा किया गया कि एनएलआरबी की कार्यवाही स्पेसएक्स के जूरी द्वारा परीक्षण के संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन करती है।

    अमेरिकी लेबर एजेंसी ने अभी तक मुकदमे पर कोई टिप्पणी नहीं की है। लेबर एजेंसी ने आरोप लगाया था कि स्पेसएक्स ने अपने कर्मचारियों की निगरानी की और धमकी दी।

    लेबर एजेंसी ने दावा किया कि स्पेसएक्स ने कर्मचारियों के बीच मैसेज के स्क्रीनशॉट को पढ़कर और दिखाकर निगरानी की धारणा बनाई। पिछले साल, स्पेसएक्स कर्मचारियों के एक ग्रुप ने ओपन लेटर लिखा था कि कैसे मस्क का व्यवहार उनके लिए शर्मिंदगी का कारण बनता है”।

    ओपन लेटर में लिखा था, ”सार्वजनिक क्षेत्र में एलन का व्यवहार हमारे लिए अक्सर शर्मिंदगी का कारण बनता है, खासकर हाल के हफ्तों में। हमारी टीमों और हमारे टैलेंट समूह को यह साफ करना महत्वपूर्ण है कि उनका मैसेज हमारे काम, हमारे मिशन या हमारे वैल्यू को प्रतिबिंबित नहीं करता है।”

    उस समय, बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि स्पेसएक्स ने उस फ्लाइट अटेंडेंट को 250,000 डॉलर का भुगतान किया था जिसका मस्क ने यौन उत्पीड़न किया था।

    एनएलआरबी स्पेसएक्स के साथ समझौता करना चाहता है। एजेंसी स्पेसएक्स से 120 दिनों के लिए कर्मचारी अधिकारों के बारे में एक नोटिस पोस्ट करने और निकाले गए कर्मचारियों को माफी पत्र लिखने के लिए भी कह रही है।