Punjab Anti-Drug Campaign 2025 : पंजाब की धरती पर अब नशे के सौदागरों की खैर नहीं है। राज्य में नशे के खिलाफ शुरू हुआ ‘युद्ध नशिया विरुद्ध’ (Yudh Nashian Virudh) अब सिर्फ एक सरकारी अभियान नहीं, बल्कि एक सामाजिक क्रांति बन चुका है। फरवरी 2025 में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा शुरू की गई इस मुहिम ने पंजाब की आबो-हवा बदल कर रख दी है। सरकार ने नशा तस्करों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाते हुए उनकी कमर तोड़ दी है, जिससे अब आम जनता में भी उम्मीद की नई किरण जाग उठी है।
सीमा पर सख्त पहरा और ड्रोन पर वार
नशे की सप्लाई लाइन को काटने के लिए पंजाब सरकार ने पाकिस्तान से लगती 553 किलोमीटर लंबी सीमा पर सुरक्षा का अभेद्य किला तैयार कर दिया है। सीमा पार से होने वाली तस्करी को रोकने के लिए जगह-जगह आधुनिक Anti-Drone Systems तैनात किए गए हैं। सरकार की सख्ती का ही नतीजा है कि तस्करों के हौसले पस्त हो चुके हैं। इतना ही नहीं, नशा तस्करी से बनाई गई करोड़ों रुपये की अवैध संपत्तियों को न सिर्फ जब्त किया जा रहा है, बल्कि उन पर बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त भी किया जा रहा है।
हजारों गिरफ्तार, करोड़ों की ड्रग्स जब्त
सरकारी आंकड़ों ने इस अभियान की सफलता की गवाही दी है। 8 दिसंबर 2025 तक पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 2,781 एफआईआर दर्ज की हैं और 39,759 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। बरामदगी के आंकड़े चौंकाने वाले हैं— पुलिस ने 10,756 किलो हेरोइन, 545 किलो अफीम और 26,967 किलो पोस्ता चूरा (Poppy Husk) जब्त किया है। इसके अलावा, लाखों नशीली गोलियां, इंजेक्शन और तस्करों से करीब 14.9 करोड़ रुपये की Drug Money भी बरामद की गई है।
गांव बन रहे नशा मुक्त
इस लड़ाई का दूसरा और सबसे खूबसूरत पहलू है पुनर्वास और जागरूकता। पंजाब के 4,500 से अधिक गांवों को अब तक ‘नशा मुक्त’ घोषित किया जा चुका है। ‘लंगड़ोया’ गांव इस बदलाव का एक चमकता हुआ उदाहरण बनकर उभरा है, जहां प्रशासन और समाज ने मिलकर नशे को देस-निकाला दे दिया है। डी-एडिक्शन केंद्रों (De-Addiction Centres) को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है ताकि भटके हुए युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाया जा सके।
स्कूलों में नई शुरुआत
आने वाली पीढ़ी को इस जहर से बचाने के लिए सरकार ने शिक्षा को हथियार बनाया है। स्कूलों में कक्षा 9 से 12वीं तक के पाठ्यक्रम में नशा विरोधी अध्याय शामिल किए गए हैं। लुधियाना की मनमीत कौर बताती हैं कि सरकार के इन प्रयासों ने टूटे हुए परिवारों में फिर से उम्मीद की रोशनी जगा दी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान का कहना है कि यह लड़ाई सिर्फ नशे के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह पंजाब की आत्मा को बचाने का एक पवित्र संघर्ष है।
मुख्य बातें (Key Points)
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‘युद्ध नशिया विरुद्ध’ मिशन के तहत 39,759 नशा तस्कर गिरफ्तार।
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पाकिस्तान सीमा पर एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात, करोड़ों की अवैध संपत्ति ध्वस्त।
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10,756 किलो हेरोइन और 14.9 करोड़ रुपये की ड्रग मनी जब्त।
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पंजाब के 4,500 से ज्यादा गांव पूरी तरह नशा मुक्त घोषित।






