The News Air (चंडीगढ़)- कांग्रेस नेता सुखपाल खैहरा को मोहाली कोर्ट में पेश कर दिया गया है। यहां उनके समर्थकों ने खैहरा की पेशी पर नारेबाज़ी कर समर्थन किया। जिससे खैहरा भी ख़ूब गदगद दिखे। कोर्ट में उनकी रिमांड और ज़मानत को लेकर सुनवाई होगी। 7 दिन का रिमांड ख़त्म होने के बाद एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) की टीम उन्हें कोर्ट लेकर आई है।
इस दौरान सुखपाल खैहरा ने कहा कि इस तरह केस से उनका मनोबल नहीं टूटेगा। खैहरा ने कहा कि यह राजनीतिक साज़िश है। भाजपा पहले से ख़िलाफ़ थे लेकिन कांग्रेस में बैठे आस्तीन के साँपों ने मेरे ख़िलाफ़ साज़िश रची है।
खैहरा ने कहा कि अभी तक उन्हें गिरफ़्तार करने के ग्राउंड के बारे में नहीं बताया। मुझ पर आरोप लगा कि मैंने आम आदमी पार्टी के नाम पर पैसे इकट्ठे किए। खैहरा ने कहा कि मेरा टूर आप आदमी पार्टी ने स्पांसर्ड किया था। मैं 16 शहरों का टूर किया। आप के यूएसए के ऑफिशियल पेज पर इसकी जानकारी है। सारा पैसा केजरीवाल को गया।
फ़ाज़िलका केस में मेरा नाम नहीं है। न ही किसी गवाह ने मेरा नाम लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने फाजिलका का एनडीपीएस केस स्टे किया है। यह अंधेरगर्दी और अन्याय है। खैहरा ने कहा कि मुझे दुख है कि मेरी कांग्रेस पार्टी ने भी मेरा साथ नहीं दिया।
कांग्रेस नेता ने भी HC में दी गिरफ़्तारी को चुनौती
कांग्रेस नेता सुखपाल खैहरा भी अपनी गिरफ़्तारी को ग़लत क़रार देते हुए पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी है। उनका कहना है कि फ़ाज़िल का ड्रग केस को सुप्रीम कोर्ट ने स्टे कर रखा है। ऐसे में उस केस में गिरफ़्तारी ग़ैरक़ानूनी है।
भूख हड़ताल पर भी बैठे खैहरा
सुखपाल खैहरा ईडी की कस्टडी में भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। उनका आरोप था कि चंडीगढ़ पुलिस ने उनसे कड़ा उतारने को कहा, जो उनके गुरुओं की निशानी है। जिसके बाद उनके बेटे मेहताब खैहरा ने कहा था कि जब तक चंडीगढ़ पुलिस के अफ़सर पर कार्रवाई नहीं होती, पिता सुखपाल खैहरा भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे।
खैहरा को मिला समर्थन
सुखपाल खैहरा की गिरफ़्तारी के बाद उन्हें पंजाब में कई जगहों से समर्थन मिला है। लुधियाना से विधायक सिमरजीत बैंस के अलावा किसान आंदोलन से जुड़े लक्खा सिधाना, लुधियाना से आप नेता रहे एडवोकेट कोमल गुरनूर सिंह समेत कई लोगों ने गिरफ़्तारी का विरोध किया है। खैहरा की पेशी के दौरान बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद रह सकते हैं।