The News Air- (चंडीगढ़) आम आदमी पार्टी (AAP) से विवाद के बाद पार्टी छोड़ने वाले सुच्चा सिंह छोटेपुर आज शिरोमणि अकाली दल बादल (SAD) में शामिल हो गए हैं। इसके लिए चंडीगढ़ में पार्टी कार्यालय में समागम किया गया है। पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि वह नेकदिल नेता हैं, उन्हें पार्टी में शामिल करके ख़ुशी महसूस हो रही है। आम आदमी पार्टी को पंजाब में खड़ा करने वाले सुच्च सिंह छोटेपुर के साथ धोखा किया था। उनके साथ आम आदमी पार्टी के बड़े नेता भी शामिल हुए हैं। इससे आम आदमी पार्टी को बड़ा नुक्सान और शिअद का फ़ायदा हुआ है।
अकाली दल ने इसी कारण कुछ सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है, क्योंकि उनकी पहले ही कई नेताओं के साथ बातचीत चल रही है और उन्हें टिकट देने की बात भी चल रही है। सुच्चा सिंह छोटेपुर कादियां या डेरा बाबा नानक से चुनाव लड़ने की इच्छा ज़ाहिर कर चुके हैं। इस पर पार्टी में विचार विमर्श चल रहा था।
बटाला सीट से उम्मीदवार होंगे सुच्चा सिंह छोटेपुर
सुच्चा सिंह छोटेपुर को शिरोमणि अकाली दल बादल का पुराना टक्साली अकाली बताया है। शिअद ने उन्हें पार्टी में उपाध्यक्ष का पद ही नहीं दिया बल्कि उन्हें बटाला से चुनाव मैदान में भी उतार दिया है। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उनके साथ आए सभी नेताओं को भी पार्टी में बनता मान सम्मान दिया गया है।
कैबिनेट मंत्री रहे छोटेपुर कांग्रेस और आप के साथ कर चुके हैं काम
सुच्चा सिंह छोटेपुर ने 1975 में राजनीतिक करियर शुरू किया और वह छोटेपुर गांव के सरपंच बने। 1985 में वह धारीवाल विधानसभा क्षेत्र से आज़ाद चुनाव लड़े और जीत गए। वह इस दौरान सुरजीत सिंह बरनाला सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे। दरबार साहिब पर हुई कार्रवाई के विरोध में उन्होंने सरकार से इस्तीफ़ा दे दिया था। इसके बाद 2002 में फिर धारीवाल से चुनाव लड़ा और हार गए। इसके बाद 2014 में वह आदमी पार्टी में शामिल हुए और पंजाब संयोजक के तौर पर काम किया। इस दौरान विधान सभा चुनाव में आप ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
टिकट के बदले पैसे लेने के आरोप लगे, संयोजक पद से हटाया
सुच्चा सिंह छोटे पुर आम आदमी पार्टी के संयोजक रहे हैं और पार्टी ने लोक सभा चुनाव 2014 उनकी अगुवाई में ही लड़ा था। लेकिन संयोजक पद पर काम करते समय 2017 चुनाव से पहले उन पर टिकट के बदले में पैसे लेने के आरोप लगे थे और उनकी कथित वीडियो भी सामने आई थी। इसके बाद पार्टी ने उन्हें संयोजक पद से हटा दिया था। कुछ ही समय के बाद सुच्चा सिंह छोटेपुर ने अपना पंजाब पार्टी का गठन किया और 2017 का चुनाव आम आदमी पार्टी के ख़िलाफ़ लड़ा, लेकिन जीत की तरफ़ बढ़ रही पार्टी को 20 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था।