चंडीगढ़, 18 अक्टूबर (The News Air) एसकेएम ने पंजाब में धान खरीद संकट के शीघ्र समाधान की मांग को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री के घर की ओर किसानों, मजदूरों, आढ़तियों और शेलर मालिकों के विरोध मार्च को रोकने के लिए शहर भर में बैरिकेड लगाने और चंडीगढ़ के किसान भवन में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने की पुलिस कार्रवाई के लिए भगवंत मान सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन की कड़ी निंदा की है।
एसकेएम ने शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार के उल्लंघन की निंदा की है जो स्वीकार्य नहीं है। चंडीगढ़ प्रशासन और राज्य सरकार को तुरंत पुलिस बैरिकेड्स हटाने चाहिए, प्रदर्शनकारियों को चंडीगढ़ पहुंचने और विरोध मार्च करने की अनुमति देनी चाहिए।
शहर में प्रतिबंधों और व्यापक बैरिकेडिंग के बावजूद, बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान भवन पहुंचे और धरना शुरू कर दिया। भागोमाजरा टोल प्लाजा, एयरपोर्ट रोड और अन्य जगहों पर सैकड़ों लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा एपीएमसी मंडियों से धान की खरीद और उठान शुरू करने में विफल रहने के कारण किसान विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार कॉरपोरेट ताकतों को किसानों का फायदा उठाने और उनका शोषण करने में मदद करने के इरादे से एपीएमसी ढांचे को नष्ट कर रही है। एसकेएम ने केंद्र सरकार से जल्द से जल्द गतिरोध को दूर करने और भंडारण से पुराने धान के स्टॉक को उठाने और बाजार तक पहुंचने वाले नए धान की खरीद में कोई बाधा न आने की मांग की।