पंजाब, 15 जनवरी (The News Air) पंजाब (Punjab) के जालंधर (Jalandhar) और अन्य जिलों में डीसी ऑफिस (DC Office) के कर्मचारियों द्वारा बुधवार से शुरू होने वाली तीन दिवसीय पेन डाउन हड़ताल (Pen Down Strike) को फिलहाल टाल दिया गया है। सरकार ने कर्मचारियों को बातचीत के लिए बुलाया है, जिसके चलते यह निर्णय लिया गया। अगर यह हड़ताल जारी रहती तो प्रशासनिक कार्य 5 दिन तक प्रभावित हो सकते थे।
कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष तेजिंदर सिंह नंगल (Tejinder Singh Nangal) ने बताया कि यह फैसला सरकार की ओर से बातचीत के आश्वासन के बाद लिया गया। उन्होंने कहा कि यदि मांगों को जल्द नहीं माना गया, तो दोबारा हड़ताल का विकल्प खुला है।
क्यों होने जा रही थी यह हड़ताल? : कर्मचारी यूनियन ने हड़ताल का आह्वान प्रमोशन (Promotion), भत्ते (Allowances), और पद सृजन (Post Creation) जैसी मांगों को लेकर किया था।
मुख्य मांगें:
- प्रमोशन कोटा बढ़ाने की मांग:
- वर्तमान में वरिष्ठ सहायक (Senior Assistant) के पद पर प्रमोशन में 27-28 साल लग जाते हैं।
- प्रमोशन कोटा 100% करने की मांग है।
- अधीक्षक ग्रेड-2 (Superintendent Grade-2) का पद:
- एसडीएम (SDM) कार्यालयों में यह पद वरिष्ठ सहायकों (Senior Assistants) से भरा जाए।
- पद सृजन की मांग:
- डीसी कार्यालय (DC Office), एसडीएम कार्यालय, तहसील और उप-तहसील कार्यालयों में नए पद सृजित किए जाएं।
- 5% प्रशासनिक भत्ता (Administrative Allowance):
- सभी कर्मचारियों को यह भत्ता दिए जाने की मांग है।
क्या हो सकता था असर? : यदि यह हड़ताल होती, तो तीन कार्यदिवस और सप्ताहांत के दो अवकाश मिलाकर कुल 5 दिन तक कामकाज ठप हो सकता था। इसका सीधा असर प्रशासनिक कार्यों जैसे जमीन रजिस्ट्रेशन (Land Registration), प्रमाण पत्र जारी करने (Issuing Certificates), और अन्य सरकारी सेवाओं पर पड़ता।
सरकार का क्या है रुख? : सरकार ने हड़ताल से बचने के लिए कर्मचारियों को बातचीत के लिए बुलाया। कर्मचारियों ने फिलहाल हड़ताल स्थगित कर दी है, लेकिन यूनियन का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे भविष्य में बड़ा कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।
पंजाब में सरकारी कार्यालयों की सुचारु कार्यप्रणाली के लिए यह कदम महत्वपूर्ण था। सरकार और कर्मचारियों के बीच संवाद से स्थिति फिलहाल संभल गई है। अब देखना होगा कि क्या यह समाधान स्थायी होता है या भविष्य में हड़ताल की स्थिति दोबारा बनती है।