कपूरथला, 14 नवंबर (The News Air) पंजाब के जेल मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने आज घोषणा की कि पंजाब की जेलों में बंद खतरनाक कैदियों को अलग से रखने के लिए 100 करोड़ रुपये की लागत से लुधियाना ज़िले के गांव गोरसियां कादर बख्श में एक अत्याधुनिक सुरक्षा जेल का निर्माण किया जा रहा है, जो अगले साल तक संपूर्ण हो जाएगी।
आज यहां इन-सर्विस ट्रेनिंग सेंटर कपूरथला में पंजाब जेल विभाग के 173 वार्डन और 6 मैट्रनों की पासिंग आउट परेड के मौके पर संबोधित करते हुए स. भुल्लर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा जेलों की सुरक्षा के साथ-साथ कैदियों को रोज़गार देकर उन्हें समाज की आर्थिक प्रगति में भागीदार बनाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा 13 जेलों के अंदर मोबाइल फोन के उपयोग को रोकने के लिए जैमर लगाए जा रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री ने यह भी बताया कि जेल विभाग की आय में वृद्धि करने और कैदियों को उनके कौशल के अनुसार कार्य देने के लिए “पंजाब प्रिज़न डेवलपमेंट बोर्ड” के तहत 12 जेलों, जो मुख्य सड़कों पर स्थित हैं, में पेट्रोल पंप लगाने का कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि 6 जेलों में पेट्रोल पंप शुरू हो चुके हैं, जबकि 2 जेलों में जल्द ही पेट्रोल पंप शुरू किए जाएंगे।
पंजाब सरकार द्वारा पारदर्शी भर्ती को प्राथमिक क्षेत्र बताते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जेल विभाग में 13 डीएसपी, 175 वार्डन और 4 मैट्रनों की और भर्ती जल्द की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कैदियों के सुधार के लिए जेलों में शिक्षा को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ कैदियों को नए व्यावसायिक पाठ्यक्रम कराए जा रहे हैं और खेलों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जेलों में बेकरी उत्पादों के लिए कैदियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे समाज की तरक्की में योगदान दे सकें।
इससे पहले कैबिनेट मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने परेड का निरीक्षण किया और प्रशिक्षण के दौरान शानदार प्रदर्शन करने वाले कैडेटों को सम्मानित भी किया।
समारोह के दौरान ए.डी.जी.पी. जेल श्री अरुणपाल सिंह, आई.जी. श्री सुखमिंदर सिंह मान, आई.जी. श्री आर.के. अरोड़ा, कमांडेंट श्री परमिंदर सिंह भंडाल, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) श्री वरिंदरपाल सिंह बाजवा, श्री कंवर इकबाल सिंह, सदस्य, पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी और आम आदमी पार्टी के संयुक्त सचिव श्री परविंदर सिंह ढोट तथा पासिंग आउट होने वाले कर्मचारियों के पारिवारिक सदस्य भी मौजूद थे।