नई दिल्ली (New Delhi), 14 जनवरी (The News Air) आज का दिन भारतीय हल्दी किसानों के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ, जब केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड (National Turmeric Board) का उद्घाटन किया। इस बोर्ड का मुख्यालय निजामाबाद (Nizamabad) में स्थापित किया गया है, जो देशभर के किसानों और निर्यातकों के लिए नई उम्मीद लेकर आया है।
शुभारंभ के मौके पर श्री गोयल ने कहा, “हल्दी को ‘गोल्डन स्पाइस’ (Golden Spice) के रूप में जाना जाता है, और यह बोर्ड महाराष्ट्र (Maharashtra), तमिलनाडु (Tamil Nadu), आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh), तेलंगाना (Telangana), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और मेघालय (Meghalaya) जैसे राज्यों में किसानों की आय बढ़ाने पर फोकस करेगा।”
राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का उद्देश्य : राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड (National Turmeric Board) किसानों के कल्याण के साथ-साथ हल्दी के उत्पादों की गुणवत्ता सुधारने और नए बाजारों में इसके व्यापार को बढ़ाने पर केंद्रित रहेगा। बोर्ड के माध्यम से हल्दी उत्पादन को और अधिक प्रभावशाली बनाया जाएगा, साथ ही नई किस्में विकसित की जाएंगी।
श्री गोयल ने बताया कि पिछले वर्ष (2023-24) भारत ने 3 लाख 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में हल्दी की खेती की, जिससे 10.74 लाख टन उत्पादन हुआ। भारत, वैश्विक स्तर पर 70% से अधिक हल्दी का उत्पादन करता है और 30 से अधिक किस्मों का उत्पादन करता है।
हल्दी के निर्यात में भारत की भूमिका : भारत हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है। 2023-24 में भारत ने 226.5 मिलियन डॉलर मूल्य के 1.62 लाख टन हल्दी और हल्दी उत्पादों का निर्यात किया। इस बोर्ड के जरिए निर्यातकों और किसानों को नई सुविधाएं और बेहतर अवसर मिलेंगे।
बोर्ड के सदस्यों की संरचना : राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड में विभिन्न मंत्रालयों और संगठनों का प्रतिनिधित्व होगा:
- आयुष मंत्रालय (Ayush Ministry)
- कृषि और किसान कल्याण विभाग (Agriculture and Farmers’ Welfare Department)
- औषधि विभाग (Pharmaceutical Department)
- वाणिज्य विभाग (Commerce Department)
इसके साथ ही, महाराष्ट्र, तेलंगाना, और मेघालय के प्रमुख प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है।
हल्दी का महत्व और भविष्य : हल्दी, जिसे भारत में औषधीय और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है, अब वैश्विक बाजार में भी अपनी पहचान बना रही है। राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड हल्दी के औषधीय और स्वास्थ्य लाभों को बढ़ावा देने, उत्पादन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने, और आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाने का काम करेगा।
“राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का शुभारंभ न केवल किसानों की आय बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि भारत को हल्दी उत्पादन और निर्यात के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।”
क्या आप तैयार हैं हल्दी के इस ‘गोल्डन स्पाइस’ (Golden Spice) क्रांति का हिस्सा बनने के लिए?