नई दिल्ली, 16 मई (The News Air) दिल्ली में सीएम आवास के अंदर स्वाति मालीवाल के साथ हुई अभ्रदता को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है। एक तरफ तो बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और सीएम की चुप्पी पर सवाल उठाए। वहीं संजय सिंह स्वाति मालीवाल के आवास पर उनके मुलाकात करने बीती शाम को पहुंचे। लेकिन मुलाकात में हुई बात का जिक्र किए बिना वहां से निकलकर चलते बने। महिलाओं के खिलाफ हुए अत्याचार पर मुखर होकर स्वाति मालीवाल आवाज उठाती थी। वो खुद अपने साथ हुए अपराध पर चुप क्यों हो गईं? दिल्ली पुलिस को कॉल किया, थाने भी पहुंची। फिर फोन पर किसी से बात के बाद ये कहकर लौट गई कि वापस आकर लिखित में शिकायत देंगी। लेकिन इस घटना को 3 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है। पुलिस ने भी कई बार उनसे संपर्क करने की कोशिश की है। लेकिन सफलता नहीं मिल पाई है। ऐसे में इन दिनों शीशमहल के अंदर स्वाति मालीवाल के साथ क्या हुआ ये ट्रेंडिग टॉपक बना हुआ है?
आम आदमी पार्टी ने तो पहले एक सच्ची घटना को छुपाने की कोशिश की। लेकिन जब छिप न सका। फिर आकर कहा कि विभव कुमार ने गलत काम किया और आप इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। लेकिन क्या एक्शन लिया जाएगा, इसका पता नहीं। 3 दिन गुजर चुके हैं। पहला 24 घंटा तो इसे दबाने-छुपाने में गया। फिर संजय सिंह ने घर जाकर मनाने की कोशिश की। लेकिन जिस तरह से थोड़ी ही देर में वो वहां से मीडिया से बात करे बिना निकल गए, उससे साफ है कि बात बन नहीं पाई है। एक बड़ा सवाल है कि पुलिस के पास पहुंची स्वाति मालीवाल को अचानक किसका फोन आया कि वो वहां से बाद में आने की बात कहकर निकल गईं। स्वाति मालीवाल पर किसका दवाब है जिसकी वजह से वो शिकायत नहीं दर्ज करा पा रही हैं। उनके पूर्व पति ने तो साफ दावा किया है कि मालीवाल को जान का खतरा है।
बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि खबर है कि वो सिर्फ़ पिटी नहीं हैं। उसने भी पलट के मुँह पर दो मारे हैं। सबके सामने। पीटने वाले को नहीं, पिटवाने वाले को। कपिल मिश्रा ने कहा कि शीशमहल की दीवारों ने उस दिन बहुत कुछ देखा है और बहुत कुछ सुना है। अब कपिल मिश्रा किस पिटवाने वाले की ओर इशारा कर रहे हैं इसका तो हमें पता नहीं।
खबर है कि वो सिर्फ़ पिटी नहीं हैं
उसने भी पलट के मुँह पर दो मारे हैं
सबके सामने
पीटने वाले को नहीं
पिटवाने वाले कोशीशमहल की दीवारों ने उस दिन बहुत कुछ देखा है और बहुत कुछ सुना है
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 15, 2024