Meghalaya Honeymoon Murder Mystery ने देश को झकझोर कर रख दिया, जहां इंदौर (Indore) से हनीमून पर गए नवविवाहित जोड़े में पति राजा (Raja) की लाश गहरी खाई में मिली और लापता पत्नी सोनम (Sonam) ही हत्यारिन निकली। 17 दिन तक रहस्यमय गुमशुदगी के बाद सोनम उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजीपुर (Ghazipur) में मिली और हत्या की साजिश में उसकी संलिप्तता सामने आई। यह केस पुलिस की बारीकी से की गई जांच और जुड़े सुरागों का बेहतरीन उदाहरण बन गया।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) से एक नवविवाहित जोड़ा, राजा (Raja) और सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi), अपने हनीमून के लिए मेघालय (Meghalaya) गया था। लेकिन यह रोमांटिक यात्रा एक भयानक और रहस्यमयी हत्या में तब्दील हो गई। शादी के कुछ ही दिन बाद 23 मई को, दोनों चेरापूंजी (Cherrapunji) के नोंग्रियाट (Nongriat) गांव में मशहूर ‘लिविंग रूट ब्रिज’ देखने के बाद अचानक लापता हो गए।
24 मई को उनकी स्कूटी शिलांग-सोहरा (Shillong-Sohra) मार्ग पर लावारिस हालत में मिली। इसके बाद 2 जून को वेईसावडॉन्ग झरने (Wei Sawdong Waterfall) के पास गहरी खाई में राजा का शव मिला, जिसकी पहचान उसके हाथ पर बने ‘राजा’ टैटू से हुई। सोनम का कोई सुराग नहीं था, जिससे मामला और रहस्यमय बन गया।
मेघालय पुलिस ने हत्या की आशंका पर केस दर्ज कर एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया, जिसकी अगुवाई एसपी (सिटी) हर्बर्ट खारकोंगोर (SP Herbert Kharkongor) ने की। जांच के दौरान जो सुराग सामने आए, वे चौंकाने वाले थे।
21 मई की एक सीसीटीवी फुटेज में राजा और सोनम शिलांग के एक होमस्टे में दिखाई दिए। शव के पास से एक महिला की सफेद शर्ट, दवा की स्ट्रिप, स्मार्टवॉच और टूटी हुई मोबाइल स्क्रीन बरामद हुई। राजा की सोने की चेन, अंगूठी और पर्स गायब थे, जिससे लूट की आशंका भी बनी। हत्या में इस्तेमाल किए गए ‘दाओ’ (Dao – पारंपरिक चाकू) को भी पुलिस ने बरामद किया, जो नया था और खासतौर पर खरीदा गया लगता था।
जांच में एक मोड़ तब आया जब स्कूटी की लोकेशन बांग्लादेश सीमा (Bangladesh Border) के पास मिली। राजा के भाई विपिन (Vipin) ने संदेह जताया कि इलाके में पर्यटकों को निशाना बनाने वाला गैंग सक्रिय है जो पुरुषों की हत्या कर महिलाओं को अगवा करता है। इससे मानव तस्करी की थ्योरी को बल मिला।
17 दिन तक लापता रहने के बाद 8 जून को सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर (Ghazipur) के एक ढाबे पर बदहवास हालत में मिली और उसने स्थानीय पुलिस के सामने सरेंडर किया। पूछताछ में सामने आया कि उसने ही अपने पति राजा की हत्या के लिए सुपारी दी थी। मेघालय के डीजीपी आई नोग्रांग (DGP I. Nongrang) ने बताया कि सोनम सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मध्य प्रदेश के तीन भाड़े के हमलावर शामिल हैं।
एक अहम गवाही गाइड अल्बर्ट पीडी (Albert PD) की थी, जिसने बताया कि 23 मई को सुबह 10 बजे उसने राजा और सोनम को तीन अजनबियों के साथ 3000 सीढ़ियां चढ़ते देखा था। यह गाइड पहले भी कपल से मिल चुका था, लेकिन उन्होंने उसकी सेवा नहीं ली थी। यह जानकारी पुलिस को संदिग्धों तक पहुंचने में मददगार साबित हुई।
इस सनसनीखेज हत्याकांड पर राजनीति भी गरमा गई है। रघुवंशी समाज और परिजनों ने स्थानीय पुलिस की लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीबीआई (CBI) जांच की मांग की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav), पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan), और इंदौर के सांसद शंकर लालवानी (Shankar Lalwani) ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है। मेघालय के मंत्री एलेक्ज़ेंडर लालू हेक (Alexander Laloo Hek) ने अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से जांच का आश्वासन दिया है।
हत्या की वजह को लेकर अभी भी कई सवाल बाकी हैं। पुलिस को संदेह है कि यह मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा हो सकता है, लेकिन सोनम की चुप्पी ने रहस्य को और गहरा कर दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच से हत्या की असल वजह का खुलासा होना अभी बाकी है।






