भारतीय इक्विटी बाजार में तीन हफ्तों की गिरावट का सिलसिला टूट गया। ये पिछले कारोबारी हफ्ते (2022 के अंतिम सप्ताह) के दौरान 1 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया। वोलैटिलिटी, मंथली फ्यूचर एंड ऑप्शन एक्सपायरी और चीन द्वारा कोविड प्रतिबंधों में छूट के बीच 30 दिसंबर को समाप्त हुए हफ्ते में बढ़त देखने को मिली। पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 995.45 अंक या 1.66 प्रतिशत बढ़कर 60,840.74 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 298.5 अंक या 1.67 प्रतिशत बढ़कर 18,105.3 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि, दिसंबर के महीने में दोनों बेंचमार्क में 3.5 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 6 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली। जबकि बीएसई मिडकैप इंडेक्स 3.6 प्रतिशत बढ़ा।
बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स 6 प्रतिशत बढ़ा। इसके जीआरएम ओवरसीज, लांसर कंटेनर लाइन्स, नेशनल फर्टिलाइजर्स, आशापुरा माइनकेम, वी2 रिटेल, राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स, जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस और पूनावाला फिनकॉर्प के शेयरों में 25 से 41 प्रतिशत की बढ़त नजर आई। हालांकि, मोरपेन लेबोरेटरीज, नेक्टर लाइफसाइंसेज, आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स, सिनकॉम फॉर्म्युलेशन, न्यूरेका, केबीसी ग्लोबल और ईक्लर्क्स सर्विसेज में 6-11 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
पिछले हफ्ते बीएसई मिड-कैप इंडेक्स 3.6 प्रतिशत बढ़ा। इसके इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी, राजेश एक्सपोर्ट्स, केनरा बैंक, अडानी पावर, बैंक ऑफ इंडिया, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, फेडरल बैंक, आईडीबीआई बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट में तेजी देखने को मिली।
विगत हफ्ते बीएसई लार्ज-कैप इंडेक्स में 2.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसमें अडानी विल्मर, अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन, पंजाब नेशनल बैंक, वन 97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम), जोमैटो, टाटा स्टील और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के शेयरों में 10-23 प्रतिशत की बढ़त नजर आई।
बीएसई सेंसेक्स के शेयरों में मार्कट कैप के लिहाज से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का मार्केट कैप सबसे अधिक बढ़ा। इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और टाटा स्टील का स्थान रहा। दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले इंडिया और भारती एयरटेल ने अपना अधिकांश मार्केटकैप गंवा दिया। (डिस्क्लोजर: Moneycontrol.com नेटवर्क 18 का हिस्सा है। नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो एनएसई पर निफ्टी पीएसयू इंडेक्स ने पिछले हफ्ते के नुकसान की भरपाई की। इसमें 11 प्रतिशत बढ़त रही। जबकि निफ्टी मेटल इंडेक्स में 8 प्रतिशत की बढ़त रही। निफ्टी रियल्टी और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। हालांकि निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स करीब 2 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ।
पिछले हफ्ते डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में मजबूती आई। भारतीय रुपया 23 दिसंबर के बंद भाव 82.86 के मुकाबले 30 दिसंबर को 13 पैसे बढ़कर 82.73 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 5,761.56 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 5,062.45 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। वहीं दिसंबर के महीने में FIIs ने 14,231.09 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। जबकि DIIs ने 24,159.13 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी है।